देहरादूनः गर्मियों के मौसम में इस बार प्रदेशवासियों को बार-बार विद्युत कटौती का सामना नहीं करना पड़ेगा. इस संबंध में जानकारी देते हुए उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा ने बताया कि पिछले साल मॉनसून सीजन में हुई अच्छी बरसात और इस साल जनवरी से लेकर अब तक बीच-बीच में हो रही बरसात के चलते नदियों में पानी अच्छी मात्रा में उपलब्ध है.
जिसकी वजह से प्रदेश के सभी हाइड्रो प्रोजेक्ट से काफी अच्छी मात्रा में बिजली उत्पादन हो रहा है, ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि इस बार गर्मियों में आम जनता को विद्युत कटौती के चलते परेशान नहीं होना पड़ेगा.
इसके अलावा यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा ने बताया कि 1 मई से उत्तराखंड पंजाब के साथ बिजली की बैंकिंग शुरू करने जा रहा है. यानी कि जो भी अतिरिक्त बिजली का उत्पादन इन दिनों प्रदेश में हो रहा है उसे बैंक किया जाएगा. वहीं जिस वक्त प्रदेश में कभी बिजली उत्पादन में कमी आएगी इस बैंक की गई बिजली को इस्तेमाल किया जाएगा.
गौरतलब है कि इस पावर बैंकिंग के बदले पंजाब प्रदेश को दोगुनी ज्यादा बिजली जरूरत पड़ने पर देगा. वर्तमान में इस पावर बैंकिंग स्कीम का प्रपोजल तैयार कर UERC यानी कि उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग को भेज दिया गया है.
बहरहाल, प्रदेश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब बैंक में पैसे जमा करने की तरह बिजली को पंजाब स्थित पावर बैंक में जमा किया जाएगा.
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अब देखना यह होगा कि 1 मई तक बिजली की बैंकिंग का कार्य आखिर कितना शुरू हो पाता है.