देहरादूनः त्रिवेंद्र सरकार ने एक बार फिर जनता दरबार को शुरू करने की रूपरेखा तय कर दी है. ईटीवी भारत ने राज्य सरकार द्वारा जनता दरबार कार्यक्रम न लगाए जाने को लेकर खबर प्रकाशित की थी. इसके फौरन बाद राज्य सरकार ने 17 जून को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का भाजपा कार्यालय में जनता दरबार का कार्यक्रम तय कर दिया है.
उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार आम जनता से सीधा संवाद स्थापित नहीं कर पा रही है. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो त्रिवेंद्र सरकार ने भी इसकी गंभीरता को समझते हुए फौरन जनता दरबार के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय कर दी.उत्तराखंड में आम जनता से सरकार का सीधा संवाद लंबे समय से बंद है.
हालांकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कुर्सी संभालने के बाद जनता दरबार के कार्यक्रमों को लेकर न केवल खुद के दिवस तय करते हुए जनता दरबार लगाए बल्कि मंत्रियों को भी जनता दरबार लगाने के लिए निर्देशित किया,
लेकिन जनता दरबार में लगातार आई अड़चनों ने त्रिवेंद्र सरकार को जनता से ऐसा दूर कर दिया. महीनों तक त्रिवेंद्र सरकार जनता दरबार कार्यक्रमों को नहीं कर पाई.
इसी खबर को जब ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया तो त्रिवेंद्र सरकार की तरफ से एक बार फिर जनता दरबार लगाए जाने का निर्णय लिया गया है.
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सोमवार 17 जून को अरविंद पांडे द्वारा जनता दरबार कार्यक्रम में आम लोगों की समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा, जबकि महीने में दो बार इन कार्यक्रमों को करने की तैयारी की गई है.इसके बाद जिस भी मंत्री की उपलब्धता देहरादून में होगी उसको भाजपा पार्टी कार्यालय में जनता दरबार लगाए जाने के लिए निर्देशित किया जाएगा.
गौरतलब है कि त्रिवेंद्र सरकार के जनता दरबार में ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे द्वारा जहर खाने की घटना और फिर मुख्यमंत्री के जनता दरबार में शिक्षिका उत्तरा पंत के हंगामे ने ग्रहण लगा दिया और इसके बाद से ही सरकार विधिवत रूप से जनता दरबार नहीं लगा सकी.
लेकिन अब सरकार की मंशा से लगता है कि एक बार फिर जनता दरबार शुरू हो पाएगा और आम लोग अपनी शिकायतों का निवारण जनता दरबार में करवा सकेंगे