देहरादूनः लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण में उत्तराखंड में 11 अप्रैल को मतदान किया जाएगा. जिसे लेकर निर्वाचन आयोग मतदाताओं को जागरूक करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों के मतदान को लेकर कई तरह के कार्यक्रम चला रहा है.
इसके साथ ही निर्वाचन आयोग प्रदेश के सभी दिव्यांग मतदाताओं को भी बढ़चढ़ कर मतदान करने के लिए तमाम व्यवस्थाएं मुहैया कराने में जुटा हुआ है. ताकि ज्यादा से ज्यादा दिव्यांग मतदाता मतदान कर पाएं. हालांकि प्रदेश में दिव्यांग मतदाताओं की बात करें तो करीब 38,183 दिव्यांग मतदाता हैं.
दिव्यांग मतदाताओं के लिए निर्वाचन आयोग विशेष व्यवस्था कर रहा है. जिसके तहत प्रदेशभर में दिव्यांग मतदाताओं के लिए करीब 215 गाड़ियां, 2,333 दिव्यांग डोली और व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है.
इसके साथ ही प्रदेश के सभी बूथों पर 9,900 एनसीसी-एनएसएस के कैडेट की तैनाती की गई है, जो दिव्यांग मतदाताओं की मदद करेंगे. ताकि उन्हें बूथ तक आने कोई दिक्कत न हो.
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निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत बनाये गए मतदान बूथ परिसर के 200 मीटर तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित होती है, लेकिन दिव्यांग मतदाताओं के लिए बूथ स्थल से कुछ ही दूरी पर पार्किंग की व्यवस्था भी की गयी है, ताकि उन्हें ज्यादा चलना न पड़े.
पार्किंग स्थल पर दो वालंटियर भी रहेंगे. इसके साथ ही बूथ स्थल के बाहर दिव्यांग मतदाताओं के पहुंचते ही पहले दिव्यांग मतदाताओं को मतदान कराया जाएगा.
इसके साथ ही निर्वाचन आयोग ने प्रदेश के सभी दृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल पेपर पर भी छपाया है, ताकि दृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाता भी चुनाव गाइड से जानकारी हासिल कर पाएं. इसके साथ ही दृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल पेपर की भी व्यवस्था की गयी है.
प्रदेश में दिव्यांग मतदाताओं के आंकड़े
जिले दिव्यांग मतदाता
- हरिद्वार 7,616
- नैनीताल 1,695
- अल्मोड़ा 2,865
- उधमसिंह नगर 3,524
- पिथौरागढ़ 2,959
- बागेश्वर 2,266
- चंपावत 1,303
- चमोली 1,876
- उत्तरकाशी 2,461
- रुद्रप्रयाग 1,251
- टिहरी गढ़वाल 3,602
- पौड़ी गढ़वाल 1,745
- देहरादून 5,020