देहरादून: राजनीति में सत्ता और सियासत के समीकरणों का खेल कब क्या करा दे कोई नहीं जानता. कुछ ऐसे ही हालात इन दिनों राजधानी देहरादून में देखने को मिल रहे हैं. जहां पार्टी ने नैनीताल सीट से बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी अजय भट्ट के स्थान पर अतिरिक्त प्रभारी नरेश बसंल को सौंपा है लेकिन अभी बंसल की तैनाती को कुछ घंटे भी नहीं बीते थे कि भाजपा प्रदेश कार्यालय से तमाम चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आये लगी. जोकि अपने आप में बहुत से सवाल खड़े करती हैं.
हर चुनाव में पार्टी को शिखर तक पहुंचा कर खुद सत्ता सुख से दूर रहने वाले अजय भट्ट के साथ ये विडंबना नहीं तो और क्या है कि एक ओर तो वे नैनीताल सीट जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं, दूसरी ओर पार्टी में उनके ही खिलाफ कुछ ऐसा हो रहा है जिससे पार्टी के लोग खुद ही असहज महसूस कर रहें हैं. दरअसल पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष की जगह नरेश बंसल को कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है. लेकिन अभी उनकी नियुक्ति के कुछ ही घंटे बीते थे कि पार्टी प्रदेश कार्यालय से अजय भट्ट की नेम प्लेट हटा दी गई. जब इस बारे में पूछा गया तो कहा कि टेंट की रस्सियां बांधने में नेम प्लेट टूट गयी. जिसके बाद आनन-फानन में अजय भट्ट की नेम प्लेट वापस भी लगा दी गई.
प्रदेश कार्यालय में हुई घटना के बाद बीजेपी की ओर से जो तर्क दिया जा रहा है वो किसी के गले नहीं उतर रहा है. ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि आखिर क्यों पहले अजय भट्ट के नाम की प्लेट हटाई गई? और अगर किसी वजह से प्लेट हट गई थी तो मीडिया में चर्चा आने के बाद रातों-रात इसे क्यों वापस लगा दिया गया.