देहरादूनः लोकसभा चुनाव की तिथियों का ऐलान होते ही सभी पार्टियों के उम्मीदवार चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं. उत्तराखंड में लोकसभा की कुल पांच सीटें हैं. कांग्रेस, भाजपा सहित सभी राजनैतिक पार्टियां उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया में जुट गईं हैं. सभी पार्टियों के सामने एक अनार, सौ बीमार जैसी स्थिति है. कांग्रेस के बाद अब भाजपा में भी कहीं ना कहीं गुटबाज़ी देखने को मिलने लगी है.
सोमवार को एक प्रेस वार्ता कर खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने अपनी पत्नी रानी देवयानी के लिए हरिद्वार लोकसभा सीट से टिकट की मांग की है. उन्होंने उनकी शैक्षिक योग्यता और पिछली तीन योजनाओं से जिला पंचायत सदस्य बनने पर उनकी काबलियत के आधार पर टिकट की मांग की है.
हरिद्वार लोकसभा से मदन कौशिक, नरेश बंसल, मनोज गर्ग सहित वर्तमान सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक के नाम संभावित दावेदारों में हैं. इसी क्रम में भाजपा विधायक चैंपियन ने अपनी ही पार्टी के सांसद निशंक पर भी सीधे निशाना साधते हुए पांच साल के कार्य
काल पर कई सवाल खड़े किए.
उन्होंने कहा कि आचार सहिंता लगने से ठीक पहले कुछ शिलान्यास कर 2019 के चुनाव के लिए जमीन बनाने की कोशिश की है, पर जनता सब जानती है कि अभी तो सिर्फ शिलान्यास किये गए हैं धरातल पर काम कब तक होगा.
इसी दौरान उन्होंने हरीश रावत को उत्तराखंड का कद्दावर नेता बताया पर फिर उन्हें बेईमान राजनेता का खिताब भी दे डाला और कहा कि इस बार भाजपा को स्थानीय नेता को ही टिकट देने चाहिए जिसमें उनकी पत्नी सबसे अव्वल होंगी क्योंकि, अगर हरिद्वार लोकसभा से हरीश रावत को टिकट देती है तो उन्हें टक्कर वहीं दे सकती हैं
पूरे मामले को अगर देखा जाए तो कहीं ना कहीं भाजपा के विधायक प्रणव सिंह भाजपा के सभी नेताओं को नकारते हुए अपनी पत्नी के लिए टिकट देने की हिमायत करते नज़र आये. अब देखना यह होगा कि भाजपा का अंतर्कलह इस लोकसभा चुनाव में किसे शह दिलाता है और किसे मात.