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देहरादून में 'मौत की पाठशाला' से कम नहीं ये कोचिंग संस्थान, फायर ब्रिगेड ने थमाए नोटिस - देहरादून न्यूज

सूरत हादसे के बाद राजधानी में प्रशासन हरकत में आ गया है. कोचिंग संस्थानों में अग्नि सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया गया. जिसमें यह खुलासा हुआ कि शहर में सिर्फ 2 से 3 कोचिंग सेंटर हैं, जिन्होंने अग्निशमन से एनओसी ले रखी है. बाकी कोचिंग सेंटर बिना एनओसी के चल रहे हैं.

मौत की पाठशाला
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Published : May 26, 2019, 7:20 PM IST

देहरादूनः गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में हुए दिल दहला देने वाले दर्दनाक अग्निकांड के बाद उत्तराखंड में स्थित कोचिंग सेंटर की सुरक्षा को लेकर प्रशासन हरकत में आ गया है. शहर के कोचिंग संस्थानों में अग्नि सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया गया. अभियान के दौरान शहर के 12 कोचिंग सेंटरों को अग्निशमन विभाग द्वारा नोटिस जारी किया गया. वहीं कई कोचिंग सेंटरों को अग्निशमन को लेकर हिदायत दी गई.

राजधानी के अधिकांश कोचिंग संस्थान सुरक्षा मानकों की उड़ा रहे हैं धज्जियां.

साथ ही चौंकाने वाली बात सामने आई है कि शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेंटर में से सिर्फ दो या तीन के पास ही अग्निशमन विभाग से स्वीकृति है. बाकी कोचिंग सेंटर राम भरोसे चल रहे हैं जो कि कोचिंग सेंटर में आने वाले छात्र-छात्राओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

मुख्यालय द्वारा जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों में स्थित कोचिंग सेंटर जैसे संस्थानों पर फायर सुरक्षा मानकों को लेकर समीक्षा बैठक कर जरूरी मानकों को पूरा कराने के निर्देश दिए गए थे.

इसके अलावा फायर विभाग से सामंजस्य बनाकर कोचिंग संस्थानों का जमीनी स्तर पर मुआयना कर फायर सहित अन्य सुरक्षा का आकलन कर रिपोर्ट करने के निर्देश भी दिए गए थे. वहीं निर्देश मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने शहर में ताबड़तोड़ चेकिंग अभियान शुरू कर दिया था.

यह भी पढ़ेंः ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर हुआ हादसा, तीन लोगों की मौत

अग्निशमन व्यवस्थाओं के अभाव में कैरियर लांचर, टाइम कोचिंग, सेंटर बुल्स आई कोचिंग सेंटर, बंसल क्लासेस, अल्फा बीटा गामा कोचिंग सेंटर, विक्रांत अकेडमी, महिंद्रा एजुकेशन लिमिटेड, वारियर इंस्टीट्यूट, केशव इंस्टीट्यूट और वर्टिकल ट्रेनिंग सेंटर के संचालक को नोटिस जारी किया गया है.
साथ ही तत्काल अग्नि सुरक्षा व जीव रक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निर्देशित भी किया गया.

वहीं शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेन्टरों की भरमार है और इनमें हजारों छात्र और छात्राएं कोचिंग लेने आते हैं, लेकिन उन छात्र छात्राओं को मालूम नहीं है कि उनके जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है.

केवल 2 या 3 कोचिंग सेंटरों के पास अग्निशमन की एनओसी

शहर में सिर्फ 2 से 3 कोचिंग सेंटर हैं, जिन्होंने अग्निशमन से एनओसी ले रखी है. बाकी कोचिंग सेंटर बिना एनओसी के चल रहे हैं. अग्निशमन विभाग की मानें तो कोई भी कोचिंग सेंटर का संचालक एनओसी बनवाने नहीं आता है. शिकायत मिलती है तो तब चेकिंग अभियान चलाया जाता है और उस दौरान नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाती हैं.

मुख्य अग्निशमन अधिकारी संदीप राणा ने बताया कि गुजरात के सूरत में हुई कोचिंग सेंटर में अग्निकांड में 20 के करीब छात्राओं की मौत हो गई है और निसंदेह सभी प्राइवेट कोचिंग सेंटर के लिए सबक लेने की आवश्यकता है. थोड़ी लापरवाही के चलते इतनी बड़ी घटना हो जाती है.

इसी के चलते अग्निशमन विभाग द्वारा शहर के कोचिंग सेंटरों में चेकिंग अभियान चलाया गया. शहर के 12 कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी किए गए हैं और अग्निशमन व्यवस्था के पर्याप्त न होने या फिर कार्यशील न होने के चलते नोटिस दिए गए. साथ ही 7 दिन के अंदर सभी कमियों को पूरा करने के निर्देश दिए गए.

देहरादूनः गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में हुए दिल दहला देने वाले दर्दनाक अग्निकांड के बाद उत्तराखंड में स्थित कोचिंग सेंटर की सुरक्षा को लेकर प्रशासन हरकत में आ गया है. शहर के कोचिंग संस्थानों में अग्नि सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया गया. अभियान के दौरान शहर के 12 कोचिंग सेंटरों को अग्निशमन विभाग द्वारा नोटिस जारी किया गया. वहीं कई कोचिंग सेंटरों को अग्निशमन को लेकर हिदायत दी गई.

राजधानी के अधिकांश कोचिंग संस्थान सुरक्षा मानकों की उड़ा रहे हैं धज्जियां.

साथ ही चौंकाने वाली बात सामने आई है कि शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेंटर में से सिर्फ दो या तीन के पास ही अग्निशमन विभाग से स्वीकृति है. बाकी कोचिंग सेंटर राम भरोसे चल रहे हैं जो कि कोचिंग सेंटर में आने वाले छात्र-छात्राओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.

मुख्यालय द्वारा जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों में स्थित कोचिंग सेंटर जैसे संस्थानों पर फायर सुरक्षा मानकों को लेकर समीक्षा बैठक कर जरूरी मानकों को पूरा कराने के निर्देश दिए गए थे.

इसके अलावा फायर विभाग से सामंजस्य बनाकर कोचिंग संस्थानों का जमीनी स्तर पर मुआयना कर फायर सहित अन्य सुरक्षा का आकलन कर रिपोर्ट करने के निर्देश भी दिए गए थे. वहीं निर्देश मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने शहर में ताबड़तोड़ चेकिंग अभियान शुरू कर दिया था.

यह भी पढ़ेंः ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर हुआ हादसा, तीन लोगों की मौत

अग्निशमन व्यवस्थाओं के अभाव में कैरियर लांचर, टाइम कोचिंग, सेंटर बुल्स आई कोचिंग सेंटर, बंसल क्लासेस, अल्फा बीटा गामा कोचिंग सेंटर, विक्रांत अकेडमी, महिंद्रा एजुकेशन लिमिटेड, वारियर इंस्टीट्यूट, केशव इंस्टीट्यूट और वर्टिकल ट्रेनिंग सेंटर के संचालक को नोटिस जारी किया गया है.
साथ ही तत्काल अग्नि सुरक्षा व जीव रक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निर्देशित भी किया गया.

वहीं शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेन्टरों की भरमार है और इनमें हजारों छात्र और छात्राएं कोचिंग लेने आते हैं, लेकिन उन छात्र छात्राओं को मालूम नहीं है कि उनके जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है.

केवल 2 या 3 कोचिंग सेंटरों के पास अग्निशमन की एनओसी

शहर में सिर्फ 2 से 3 कोचिंग सेंटर हैं, जिन्होंने अग्निशमन से एनओसी ले रखी है. बाकी कोचिंग सेंटर बिना एनओसी के चल रहे हैं. अग्निशमन विभाग की मानें तो कोई भी कोचिंग सेंटर का संचालक एनओसी बनवाने नहीं आता है. शिकायत मिलती है तो तब चेकिंग अभियान चलाया जाता है और उस दौरान नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाती हैं.

मुख्य अग्निशमन अधिकारी संदीप राणा ने बताया कि गुजरात के सूरत में हुई कोचिंग सेंटर में अग्निकांड में 20 के करीब छात्राओं की मौत हो गई है और निसंदेह सभी प्राइवेट कोचिंग सेंटर के लिए सबक लेने की आवश्यकता है. थोड़ी लापरवाही के चलते इतनी बड़ी घटना हो जाती है.

इसी के चलते अग्निशमन विभाग द्वारा शहर के कोचिंग सेंटरों में चेकिंग अभियान चलाया गया. शहर के 12 कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी किए गए हैं और अग्निशमन व्यवस्था के पर्याप्त न होने या फिर कार्यशील न होने के चलते नोटिस दिए गए. साथ ही 7 दिन के अंदर सभी कमियों को पूरा करने के निर्देश दिए गए.

Intro:गुजरात के सूरत में कोचिंग सेंटर में हुए दिल दहला देने वाले दर्दनाक अग्निकांड के बाद उत्तराखंड में स्थित कोचिंग सेंटर की सुरक्षा को लेकर प्रशासन हरकत में आ गया।और शहर के कोचिंग संस्थानों में अग्नि सुरक्षा को लेकर अभियान चलाया गया।अभियान के दौरान शहर के 12 कोचिंग सेंटरों को अग्निशमन विभाग द्वारा नोटिस जारी किया गया।और वही कई कोचिंग सेंटरों को अग्निशमन को लेकर हिदायत दी गई।साथ ही चौंकाने वाली बात सामने आई की शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेंटर में से सिर्फ दो या तीन के पास ही अग्निशमन के सर्टिफिकेट की स्वीकृति मिली हुई है।बाकि कोचिंग सेंटर राम भरोसे चल रहे हैं।जो कि कोचिंग सेंटर में आने वाले छात्र-छात्राओं की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।


Body:मुख्यालय द्वारा जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों में स्थित कोचिंग सेंटर जैसे संस्थानों पर फायर सुरक्षा मानकों को लेकर समीक्षा बैठक कर जरूरी मानकों को पूरा कराने के निर्देश दिए गए थे।इसके अलावा फायर विभाग से सामंजस्य बनाकर कोचिंग संस्थानों का जमीनी स्तर पर मुआयना कर फायर सहित अन्य सुरक्षा का आकलन का रिपोर्ट करने के निर्देश भी दिए गए थे वही निर्देश मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम ने शहर में ताबड़तोड़ चेकिंग अभियान शुरू कर दिया था।निर्देश मिलते ही अग्निशमन की टीम ने शहर में स्थित कोचिंग सेंटरों का अग्निशमन व्यवस्था को देखते हुए निरीक्षण करने के बाद अग्निशमन व्यवस्थाओं के अभाव में कैरियर लांचर,टाइम कोचिंग,सेंटर बुल्स आई कोचिंग सेंटर,बंसल क्लासेस,अल्फा बीटा गामा कोचिंग सेंटर,विक्रांत अकेडमी,महिंद्रा एजुकेशन प लिमिटेड,वारियर इंस्टीट्यूट,केशव इंस्टीट्यूट और वर्टिकल ट्रेनिंग सेंटर के स्वामी को नोटिस जारी किया गया।साथ ही तत्काल अग्नि सुरक्षा व जीव रक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए निर्देशित भी किया गया।ओर वही शहर में 100 से अधिक कोचिंग सेन्टरों की भरमार हो रखी है।और इनमें हज़ारो छात्र और छात्राएं कोचिंग लेने आते है लेकिन उन छात्र छात्राओं को मालूम नही है कि उनके ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है।क्योंकि शहर में सिर्फ 2 से 3 कोचिंग सेंटर है जिन्होंने अग्निशमन एनओसी ले रखी है।बाकी कोचिंग सेंटर बिना एनओसी के चल रहे हैं।अग्निशमन विभाग की माने तो हमारे पास कोई भी कोचिंग सेंटर का स्वामी हमारे पास एनओसी बनवाने नहीं आते हैं। कभी जब हमें शिकायत मिलती है तो तब हम चेकिंग अभियान चलाते हैं और उस दौरान नोटिस जारी कर कार्रवाई करते हैं।


Conclusion:मुख्य अग्निशमन अधिकारी संदीप राणा ने बताया कि गुजरात के सूरत में हुई कोचिंग सेंटर में अग्निकांड में 20 के करीब छात्राओ की मौत हो गई है।और निसंदेह सभी प्राइवेट कोचिंग सेंटर के लिए सबक लेने की आवश्यकता है।थोड़ी लापरवाही के चलते इतनी बड़ी घटना घटित हो जाती है।इसी के चलते अग्निशमन विभाग द्वारा शहर के कोचिंग सेंटरों में चैकिंग अभियान चलाया गया।शहर के 12 कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी किए गए है।और अग्निशमन व्यवस्था के पर्याप्त न होने या फिर कार्यशील न होने के चलते नोटिस दिए गए।साथ ही 7 दिन के अंदर सभी कमियों को पूरा किया जाए।साथ ही शहर में आकाश ओर बंसल कोचिंग सेंटरों ने अग्निशमन की एनओसी ली गई है।ओर बाकी कोंचिंग सेंटर चला रहे है उनके पास अग्निशमन की एनओसी नही है।फिलहाल तो सभी कोचिंग सेंटरों को समय दिया गया है।और अगर कोचिंग सेंटर स्वामी कमियां पूरी नही करते है तो उसमें आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

बाइट-संदीप राणा(मुख्य अग्निशमन अधिकारी)
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