देहरादून: शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आम बजट पेश किया. इस पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस बजट को काफी निराशाजनक बताया. हरीश रावत ने कहा कि इस बजट में सरकार ने श्रम कानून में कटौती और आम लोगों को पेट्रोल की महंगाई दे दी है. साथ ही कहा कि इस बजट में उत्तराखंड को we will look you later on कह दिया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को केंद्र सरकार के आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट ने उत्तराखंड को पूरी तरह से निराश किया. उत्तराखंड को न तो ग्रीन बोनस मिला और न ही कोई नेशनल प्रोजेक्ट. हरीश रावत ने उदाहरण देते हुए कहा कि टनकपुर-बागेश्वर रेलवे लाइन, रामनगर-चौखुटिया, गैरसैंण रेलवे लाइन जैसी तमाम योजनाएं पहले से स्वीकृत हैं, जिनके लिए कोई प्रावधान देखने को नहीं मिला. हरीश रावत ने कहा कि इस केंद्रीय बजट में उत्तराखंड को We will look you later on कह दिया गया है.
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हरदा ने कहा कि भाजपा के एजेंडे में गरीब, किसान, मजदूर और नौजवान नहीं हैं. मजदूरों को तो एक नया तोहफा भाजपा सरकार ने श्रम कानून में कटौती कर के दे दिया है. मजदूर वर्ग के पास 44 श्रम कानून थे जो घटाकर अब केवल चार कर दिए गए हैं. इसके अलावा आम आदमी को भी महंगाई का तोहफा मिल गया है. पेट्रोल-डीजल में के दामों में हुई बढ़ोतरी आम आदमी के लिए महंगाई का तोहफा है.
हरीश रावत ने कहा कि चुनाव के तुरंत बाद ही स्टील, सीमेंट, चावल, दाल, गैस और अन्य सामानों के दाम सरकार ने बढ़ा दिए थे. जिससे ये साफ जाहिर होता है कि सरकार की नीति में आम और गरीब लोगों के लिए कोई जगह नहीं है.
इस दौरान हरदा ने कहा कि मोदी सरकार ने मिडिल क्लास को भी आज निराश किया है. हरदा ने कहा कि मिडिल क्लास को कांग्रेस की नीतियों ने और योजनाओं ने बड़ी शिद्दत के साथ खड़ा किया था. जिसका परिणाम है कि आज देश के अंदर इतना बड़ा कंज्यूमर मार्केट है. जोकी मिडिल क्लास की अलग-अलग श्रेणियों में है.
हरदा ने कहा कि आज के दौर में लोग टेस्ट मैच नहीं देखना चाहते, सबको टी-20 मैच देखना पसंद है. जोकि केवल मोदी जी दे पा रहे हैं. क्योंकि मोदी अपनी बातों में रजनीकांत की तरह चौतरफा वार कर अपने दुश्मनों को चित्त करते हुए दिखाई देते हैं. लेकिन असल जिंदगी और फिल्मी परदे में अंतर होता है और आज मोदी सरकार की नीतियों के जरिए हकीकत सामने आई है.