बागेश्वर/अल्मोड़ा: बागेश्वर जिले के कपकोट थाना क्षेत्र से फिरौती के लिए अपहरण किए दोनों बच्चों को अल्मोड़ा और बागेश्वर एसओजी की टीम ने दो घंटे में सकुशल छुड़ा लिया. इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के इस कार्य की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सराहना की है. साथ ही इस घटना का खुलासा करने वाली टीम को एक लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है.
जानकारी के मुताबिक गासी गांव निवासी हर सिंह ने कपकोट थाने में अपने दो बच्चों जिनकी उम्र 13 और 16 साल है के अपहरण की शिकायत की थी. बागेश्वर में बच्चों के अपहरण का मामला सामने आते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की. कपकोट पुलिस ने तत्काल एसओजी बागेश्वर को इसकी जानकारी दी.
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एसओजी बागेश्वर ने देरी किए बिना अपहरणकर्ताओं के मोबाइल की लोकेशन ट्रेंस की, जो अल्मोड़ा में मिली. बागेश्वर पुलिस ने तत्काल इसकी सूचना अल्मोड़ा एसओजी को दी. दोनों जिलों की संयुक्त टीम ने दो घंटे के अंदर ही खैरना छड़ा से चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने आरोपियों के पास से फिरौती हेतु अपहृत बालक के खाते से एटीएम के जरिए निकाली गयी 25,000 रुपए की नकदी में से 22,000 रुपए बरामद किए. अपहृत बालकों के परिजनों से गूगल पे के माध्यम से 25,000 की रुपए की राशि उसके खाते में डलवाई थी. इसके अलावा भी बच्चों के परिजनों ने 19,000 और 18,000 रुपए गूगल पे के माध्यम से तत्काल ट्रांसफर किए थे.
बच्चों का ऐसे किया अपहरण: आरोपी नीरज टाकुली ने अपने दोस्त मोहित टाकुली से संपर्क कर दोनों बच्चों के अपहरण की योजना बनाई थी. इसके बाद नीरज और मोहित ने अपने प्लान में विशाल आगरी, विकास पांडे और कमल कुमार आर्या को भी शामिल किया.
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प्लान के मुताबिक कमल वाहन लेकर बागेश्वर पहुंचा. इसी वाहन के जरिए कमल और मोहित ने दोनों बच्चों का अपरहण किया. इसके बाद कमल ने मोहित और दोनों बच्चों को अल्मोड़ा छोड़ दिया. मोहित ने बच्चों के मोबाइल से ही उनके परिजनों को फोन किया और फिरौती के नाम पर 6 लाख रुपए की मांग की. फिरौती नहीं देने पर बच्चों को मारने की धमकी दी गई. इसके बाद परिजनों ने बच्चे के खाते में कुछ पैसे डाल दिए.
अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के एटीएम से 25,000 रुपये निकाले. वहीं अपहरणकर्ताओं ने 19,000 और 18,000 रुपए गूगल पे के जरिए किसी और खाते में ट्रांसफर करवाए. बाकी के रुपए नकद लेकर आने के लिए एक जगह पर कहा.
इसके बाद आरोपियों ने बच्चे का फोन बंद कर दिया. इसी बीच परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी तो पुलिस एकदम एक्शन में आ गई. पुलिस ने बच्चे के फोन की लोकेशन ट्रेस की तो वो अल्मोड़ा में थी. एसएसपी अल्मोड़ा पंकज भट्ट को मामले की सूचना दी गई.
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एसएसपी अल्मोड़ा ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल एसओजी को काम पर लगा दिया. वहीं दोनों जिलों की पुलिस भी अलर्ट हो गई थी. पूरा पुलिस महकमा बच्चों की तलाश में जुटा हुआ था. इसी बीच पुलिस को मुखबिर से अपहरणकर्ताओं की कुछ सूचना मिली.
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बेस तिराहा अल्मोड़ा के पास एक वाहन को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने वाहन को नहीं रोका और तेजी से हल्द्वानी की और दौड़ गया. एसओजी टीम ने उसका पीछा किया और तमन्ना फास्ट फूड के पास छड़ा खैरना में वाहन रोक लिया. टीम ने दोनों बच्चों को गाड़ी में से छुड़ा लिया.