बागेश्वरः उत्तराखंड में मॉनसून दस्तक दे चुका है, जिससे प्रदेशभर में बारिश हो रही है. बागेश्वर जिले में भी भारी बारिश और भूस्खलन से ग्रामीण इलाकों की 21 सड़कें बंद हो गई हैं. पेड़ गिरने से बिजली के पोलों को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे पूरे जिले की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है. मालता में सरकारी गल्ले की दुकान के ऊपर चीड़ का विशालकाय पेड़ गिर गया, जहां बड़ा हादसा होने से टल गया. वहीं, सरयू और गोमती का जलस्तर बढ़ गया है.
बागेश्वर जिले में शुक्रवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में भूस्खलन हो रहा है. रास्ते और सड़कें आवागमन के लिए बंद हो गई हैं. बागेश्वर-दफौट मौटर मार्ग पर मालता गांव के पास सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात घंटों बाधित रहा. जबकि कौसानी मोटर मार्ग पर शॉल फैक्ट्री के पास भूस्खलन और पेड़ गिरने से सुबह करीब चार घंटे सड़क बंद रही. जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगी रही.
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पेड़ गिरने से बाल-बाल बचा सस्ता गल्ला विक्रेता
मालता गांव में सस्ता गल्ला विक्रेता चरण सिंह के मकान के ऊपर चीड़ का पेड़ गिर गया. गल्ले की दुकान के सटा एक कमरा आवासीय था. जिससे सस्ता गल्ला विक्रेता बाल-बाल बच गए हैं. आपदा अधिकारी ने बताया बारिश के कारण बंद सड़कों को खोलने में दिक्कतें हो रही है. 19 जून को भारी बारिश के आसार बने हुए हैं. सभी को अलर्ट जारी किया गया है. जिलाधिकारी के निर्देश पर आपदा कंट्रोल रूम 24×7 घंटे काम कर रहा है.