बागेश्वर: पहाड़ी क्षेत्रों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन भले ही अलर्ट मोड पर हों. लेकिन श्मशान घाट में तो कुछ और ही नजारा देखने में आ रहा है. यहां परिजन मृतकों के अंतिम संस्कार के समय न तो पीपीई किट पहन रहे हैं और न ही कोई दूसरी सावधानी बरत रहे हैं.
जो तस्वीर आपको दिखा रहे हैं वह सोमवार दोपहर बाद का है, जिसमें लगभग 10 लोग कोविड डेडिकेटेड घाट पर एक मृतक का अंतिम संस्कार करते दिख रहे हैं. लेकिन इनमें से किसी भी व्यक्ति ने पीपीई किट नहीं पहनी है. ऐसी लापरवाही महामारी के इस दौर में भारी भी पड़ सकती है.
सोमवार को जनपद में कोरोना से दो लोगों की मौत
मुख्य चिकित्साधिकारी बागेश्वर डॉ. बीडी जोशी ने बताया कि सोमवार को कोरोना 250 सैंपल भेजे गए, अब तक 90482 सैंपल भेजे जा चुके हैं, जिनमें से अभी तक जनपद में कोरोना के 5350 पॉजिटिव केस आयें हैं, जिनमें से 4425 मरीज अबतक स्वस्थ हो चुके है. शेष 925 संक्रमित मरीजों में से 61 का उपचार कोविड अस्पताल में किया जा रहा हैं, शेष 864 घर में आईसोलशन में हैं. इसके साथ ही 46 मरीजों की मौत हो चुकी है.
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बच्चे भी कोरोना की गिरफ्त में
बागेश्वर में पिछले दो दिन में 4 बच्चों में कोरोना की पुष्टि हुई है. हालांकि, उनमें अभी गंभीर लक्षण नहीं हैं. सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है. बच्चों में लक्षण आने के बाद से अभिभावक बच्चों को लेकर चिंतित होने लगे हैं.