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बागेश्वर: ओलावृष्टि के कारण चौपट हुई किसानों की फसल, जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाने की लगाई गुहार

बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों में ओलावृष्टि होने के कारण किसानों की तैयार फसलों को काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में किसानों ने जिला प्रशासन से मुआवजा दिलाने की मांग की है.

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ओलावृष्टि के कारण चौपट हुई किसानों की फसलें
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Published : Apr 14, 2020, 7:01 PM IST

बागेश्वर: जिले के कपकोट स्थित सरयू घाटी क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जमकर ओलावृष्टि हुई. जिसके चलते किसानों की रबी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. बे-मौसम हुई ओलावृष्टि से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया. वहीं, ब्लॉक प्रमुख गोविंद सिंह दानू और क्षेत्र के किसानों ने जिला प्रशासन से फसलों के नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की है.

ओलावृष्टि के कारण चौपट हुई किसानों की फसलें

दरअसल, मंगलवार को सरयू घाटी के झूनी, खलझूनी, मिकिलाखलपट्टा, चौड़ास्थल, हरकोट, सहित पिंडर घाटी के खाती, वाछम और शामा क्षेत्र के रातिरकेटी, गोगिना, कीमू, मल्खाडुर्गंचा आदि गांवों में तेज हवाओं के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई, जिससे खेतों में कटने को तैयार गेहूं सहित सब्जियों और फलों को काफी नुकसान पहुंचा है. ग्रामीणों का कहना है कि इस बार मार्च और अप्रैल के महीने में जमकर बारिश हो रही है. वहीं, कई बार हुई ओलावृष्टि से तैयार फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं.

ये भी पढ़ें: हल्द्वानी में आदेश के बाद भी बंद नहीं हुई सैनिटाइजिंग टनल

वहीं, क्षेत्र पंचायत प्रमुख गोविंद दानू ने बताया कि क्षेत्र के अधिकतर लोगों की रोजी-रोटी, खेती और बागवानी पर ही निर्भर है. इस बार मौसम की मार और लॉकडाउन के कारण किसानों की फसलें चौपट होने की कगार पर पहुंच गई हैं. ऐसे में किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. वहीं, उन्होंने जिला प्रशासन से किसानों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की है.

बागेश्वर: जिले के कपकोट स्थित सरयू घाटी क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जमकर ओलावृष्टि हुई. जिसके चलते किसानों की रबी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. बे-मौसम हुई ओलावृष्टि से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया. वहीं, ब्लॉक प्रमुख गोविंद सिंह दानू और क्षेत्र के किसानों ने जिला प्रशासन से फसलों के नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की है.

ओलावृष्टि के कारण चौपट हुई किसानों की फसलें

दरअसल, मंगलवार को सरयू घाटी के झूनी, खलझूनी, मिकिलाखलपट्टा, चौड़ास्थल, हरकोट, सहित पिंडर घाटी के खाती, वाछम और शामा क्षेत्र के रातिरकेटी, गोगिना, कीमू, मल्खाडुर्गंचा आदि गांवों में तेज हवाओं के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई, जिससे खेतों में कटने को तैयार गेहूं सहित सब्जियों और फलों को काफी नुकसान पहुंचा है. ग्रामीणों का कहना है कि इस बार मार्च और अप्रैल के महीने में जमकर बारिश हो रही है. वहीं, कई बार हुई ओलावृष्टि से तैयार फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं.

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वहीं, क्षेत्र पंचायत प्रमुख गोविंद दानू ने बताया कि क्षेत्र के अधिकतर लोगों की रोजी-रोटी, खेती और बागवानी पर ही निर्भर है. इस बार मौसम की मार और लॉकडाउन के कारण किसानों की फसलें चौपट होने की कगार पर पहुंच गई हैं. ऐसे में किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. वहीं, उन्होंने जिला प्रशासन से किसानों को ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की है.

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