ETV Bharat / state

OPS के लिए प्रदर्शन ने दिलाई कुली बेगार आंदोलन की याद, सरयू में बहाए गए नए पेंशन प्रपत्र - बागेश्वर बागनाथ मंदिर से पैदल मार्च किया

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर बागेश्वर और अल्मोड़ा में सरकारी कर्मचारियों व शिक्षकों द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया. इसके तहत कुली बेगार आंदोलन की तर्ज पर नये पेंशन पत्रों को सरयू में बहाया गया. कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग पूरी ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Apr 17, 2023, 9:54 AM IST

Updated : Apr 17, 2023, 5:31 PM IST

OPS के लिए प्रदर्शन ने दिलाई कुली बेगार आंदोलन की याद

बागेश्वर: बागेश्वर में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. कुली बेगार आंदोलन की तर्ज पर नये पेंशन के पत्रों को सरयू में बहा दिया गया. पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के बैनर तले कर्मचारियों ने बागेश्वर बागनाथ मंदिर से पैदल मार्च किया. इसके साथ ही नगर भर में सरकार से पेंशन बहाली को लेकर मांग की. आंदोलन के जिला अध्यक्ष नरेंद्र पालनी ने बताया कि लंबे समय से पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आंदोलन चलता रहा है. वहीं सरकार को 2024 के चुनाव के मद्देनजर इस मांग को पूरा करना ही होगा. नहीं तो सरकार को चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.

आंदोलन की दी चेतावनी: उन्होंने कहा कि आज कुली बेगार आंदोलन की तर्ज पर सरयू नदी में नये पेंशन पत्रों को बहाया गया. इस काले कानून को जल्द खत्म करने की मांग की गई है. वहीं कर्मचारियों का कहना है कि उनके बुढ़ापे की लाठी पेंशन को बंद करना उनके बुढ़ापे का सहारा छीनने के बराबर है. वहीं इस मौके पर उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार को चेताया कि अगर जल्द ही उनकी पेंशन बहाली नहीं की जाएगी तो वह उग्र रूप से आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

पुरानी पेंशन को लेकर शिक्षक व कर्मचारियों का जुलूस: अल्मोड़ा में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर जिले भर के शिक्षकों व कर्मियों ने सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है. अल्मोड़ा में एनएमओपीएस (National Movement For Old Pension Scheme) के बैनर तले जिले के शिक्षकों व कर्मचारियों ने मार्च निकालने से पूर्व जिला मुख्यालय के नंदा देवी मंदिर प्रांगण में सभा की. इस दौरान कर्मचारी नेता व शिक्षक वक्ताओं ने कहा कि 1947 से 2005 तक किसी भी सरकार को कर्मचारियों को पेंशन देने में कोई दिक्कत नहीं हुई. लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि आज कर्मचारियों को उनके पेंशन के हक से वंचित किया जा रहा है.
यह भी पढें: CBI summons to Kejriwal: CBI ने साढ़े 9 घंटे में पूछे 56 सवाल, दोबारा भी हो सकती है पूछताछ

लोकसभा में पेंशन बहाली की मांग रखने को कहा: सरकार से पेंशन लेने वाले सांसद व विधायकों को चाहिए कि वह शिक्षकों और कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग को विधानसभा व लोकसभा में रखें और इस संवैधानिक मांग को पूरा करें. कर्मचारियों ने कहा कि अगर उनकी मांगों को नहीं सुना गया तो सभी कार्मिक आने वाले चुनाव में सरकार को इसका माकूल जवाब देंगे. जो पार्टी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को पूरा करेगा उसी का चुनाव में समर्थन करेंगे. सभा के बाद कर्मचारियों ने नंदादेवी परिसर से मुख्य बाजार होते हुए चौघानपाटा गांधी पार्क तक विशाल जुलूस निकाला. इसमें सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए और पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की. जिले के सभी 11 विकास खंडों के शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे.

OPS के लिए प्रदर्शन ने दिलाई कुली बेगार आंदोलन की याद

बागेश्वर: बागेश्वर में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. कुली बेगार आंदोलन की तर्ज पर नये पेंशन के पत्रों को सरयू में बहा दिया गया. पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के बैनर तले कर्मचारियों ने बागेश्वर बागनाथ मंदिर से पैदल मार्च किया. इसके साथ ही नगर भर में सरकार से पेंशन बहाली को लेकर मांग की. आंदोलन के जिला अध्यक्ष नरेंद्र पालनी ने बताया कि लंबे समय से पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आंदोलन चलता रहा है. वहीं सरकार को 2024 के चुनाव के मद्देनजर इस मांग को पूरा करना ही होगा. नहीं तो सरकार को चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.

आंदोलन की दी चेतावनी: उन्होंने कहा कि आज कुली बेगार आंदोलन की तर्ज पर सरयू नदी में नये पेंशन पत्रों को बहाया गया. इस काले कानून को जल्द खत्म करने की मांग की गई है. वहीं कर्मचारियों का कहना है कि उनके बुढ़ापे की लाठी पेंशन को बंद करना उनके बुढ़ापे का सहारा छीनने के बराबर है. वहीं इस मौके पर उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार को चेताया कि अगर जल्द ही उनकी पेंशन बहाली नहीं की जाएगी तो वह उग्र रूप से आंदोलन करने को बाध्य होंगे.

पुरानी पेंशन को लेकर शिक्षक व कर्मचारियों का जुलूस: अल्मोड़ा में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर जिले भर के शिक्षकों व कर्मियों ने सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है. अल्मोड़ा में एनएमओपीएस (National Movement For Old Pension Scheme) के बैनर तले जिले के शिक्षकों व कर्मचारियों ने मार्च निकालने से पूर्व जिला मुख्यालय के नंदा देवी मंदिर प्रांगण में सभा की. इस दौरान कर्मचारी नेता व शिक्षक वक्ताओं ने कहा कि 1947 से 2005 तक किसी भी सरकार को कर्मचारियों को पेंशन देने में कोई दिक्कत नहीं हुई. लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि आज कर्मचारियों को उनके पेंशन के हक से वंचित किया जा रहा है.
यह भी पढें: CBI summons to Kejriwal: CBI ने साढ़े 9 घंटे में पूछे 56 सवाल, दोबारा भी हो सकती है पूछताछ

लोकसभा में पेंशन बहाली की मांग रखने को कहा: सरकार से पेंशन लेने वाले सांसद व विधायकों को चाहिए कि वह शिक्षकों और कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली की मांग को विधानसभा व लोकसभा में रखें और इस संवैधानिक मांग को पूरा करें. कर्मचारियों ने कहा कि अगर उनकी मांगों को नहीं सुना गया तो सभी कार्मिक आने वाले चुनाव में सरकार को इसका माकूल जवाब देंगे. जो पार्टी पुरानी पेंशन बहाली की मांग को पूरा करेगा उसी का चुनाव में समर्थन करेंगे. सभा के बाद कर्मचारियों ने नंदादेवी परिसर से मुख्य बाजार होते हुए चौघानपाटा गांधी पार्क तक विशाल जुलूस निकाला. इसमें सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए और पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की. जिले के सभी 11 विकास खंडों के शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे.

Last Updated : Apr 17, 2023, 5:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.