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बागेश्वर और पिथौरागढ़ में महसूस हुए भूकंप के झटके, 3.7 रही तीव्रता

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Published : Jun 28, 2021, 2:20 PM IST

Updated : Jun 28, 2021, 3:05 PM IST

बागेश्वर के कपकोट और कांडा तहसील क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मैग्नीट्यूड आंकी गई है.

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बागेश्वर में महसूस किए गए भूकंप के झटके

बागेश्वर: जिले के कपकोट और कांडा तहसील क्षेत्रों में रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. पिथौरागढ़ इसका मुख्य केंद्र बताया जा रहा है. बताया ये भी जा रहा है कि आज 12 बजकर 18 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मैग्नीट्यूड आंकी गई है. आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि भूकंप के झटके काफी हल्का थे, जिससे जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है.

सभी तहसील और थानों को सूचित कर दिया गया है. भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है. वहीं, बागेश्वर जोन फाइव में आता है, जो कि भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है. बीते फरवरी में भी इन दोनों जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता चार मापी गई थी. इसका केंद्र पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट में आठ किमी की गहराई में था.

ये भी पढे़ं: पुलवामा : आतंकियों ने एसपीओ, पत्नी और बेटी की गोली मारकर हत्या की

जानकारी के मुताबिक, पिछले महीने भी प्रदेश के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसका केंद्र पिथौरागढ़ बताया जा रहा है. फिलहाल, भूकंप के झटकों से किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड संवेदनशील

भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड संवेदनशील है. बागेश्‍वर जिला भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है. इसी साल 12 फरवरी को भी उत्तराखंड के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

भूकंप ग्‍लेशियरों के लिए भी खतरा

हिमालयी क्षेत्रों में ग्लेशियरों के लिए भी छोटे भूकंप खतरा बन सकते हैं. ढाई से तीन रिक्टर स्केल तीव्रता के भूकंप महसूस नहीं होते हैं, लेकिन ये ग्लेशियरों में कंपन पैदा कर उनको कमजोर बनाते हैं, जिससे ग्लेशियर धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाते हैं. ऐसे में बड़ा भूकंप आने की दशा में ग्लेशियरों के टूटने की आशंका ज्यादा रहती है.

बागेश्वर: जिले के कपकोट और कांडा तहसील क्षेत्रों में रविवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. पिथौरागढ़ इसका मुख्य केंद्र बताया जा रहा है. बताया ये भी जा रहा है कि आज 12 बजकर 18 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मैग्नीट्यूड आंकी गई है. आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि भूकंप के झटके काफी हल्का थे, जिससे जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है.

सभी तहसील और थानों को सूचित कर दिया गया है. भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है. वहीं, बागेश्वर जोन फाइव में आता है, जो कि भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है. बीते फरवरी में भी इन दोनों जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता चार मापी गई थी. इसका केंद्र पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट में आठ किमी की गहराई में था.

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जानकारी के मुताबिक, पिछले महीने भी प्रदेश के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसका केंद्र पिथौरागढ़ बताया जा रहा है. फिलहाल, भूकंप के झटकों से किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड संवेदनशील

भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड संवेदनशील है. बागेश्‍वर जिला भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है. इसी साल 12 फरवरी को भी उत्तराखंड के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.

भूकंप ग्‍लेशियरों के लिए भी खतरा

हिमालयी क्षेत्रों में ग्लेशियरों के लिए भी छोटे भूकंप खतरा बन सकते हैं. ढाई से तीन रिक्टर स्केल तीव्रता के भूकंप महसूस नहीं होते हैं, लेकिन ये ग्लेशियरों में कंपन पैदा कर उनको कमजोर बनाते हैं, जिससे ग्लेशियर धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाते हैं. ऐसे में बड़ा भूकंप आने की दशा में ग्लेशियरों के टूटने की आशंका ज्यादा रहती है.

Last Updated : Jun 28, 2021, 3:05 PM IST
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