बागेश्वर: पेयजल निगम की अनदेखी के चलते जनपद के कई गांव पेयजल आपूर्ति की समस्या से जूझ रहे हैं. पेयजल कनेक्शनों के अनियमित वितरण से ग्रामीणों में भारी रोष है. ग्रामीणों ने वृहद पेयजल योजना के निर्माण में मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया है. इसके साथ ही यूथ कांग्रेस और स्थानीय जनता ने उपजिलाधिकारी का घेराव किया और एसडीएम के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई है. वहीं मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
ग्रामीणों का आरोप है कि गरुड़ वृहद पेयजल योजना की डीपीआर साल 2007 में तैयार हुई थी और यह योजना करीब 13 करोड़ रुपये की लागत से बन कर तैयार होनी थी, लेकिन 12 साल बीत जाने के बाद भी योजना पूरी तरह नहीं बन पाई है.
वहीं, यूथ कांग्रेस का आरोप है कि इस योजना के निर्माण से करीब 12 से 13 गांवों को पेयजल की आपूर्ति होनी थी, लेकिन योजना का डीपीआर जिस समय बना था, उस समय जनसंख्या काफी कम थी. उस लिहाजे से आज इस योजना से सभी को लाभ नहीं मिल पा रहा है. वहीं योजना के निर्माण में भारी अनियमितताएं देखने को मिल रही हैं.
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ग्रामीणों का आरोप है कि पेयजल निगम अपनी मनमानी करते हुए एक इंच की लाइन से ही पेयजल कनेक्शन वितरित कर रहा है, जिससे उपभोक्ताओं को पानी की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो रही है. वहीं पेयजल लाइन के मेन पाइप गंदे नालों से डाल दिये गए हैं. जिससे घरों में गंदा पानी आ रहा है.