बागेश्वर: जिले के भनार और हड़बाड गांव क्षेत्र के ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बुधवार को दर्जनों ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट परिसर में जमा होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी सड़क और शिक्षा जैसी मांगों पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो वह आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
बता दें कि कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि गांव में स्कूल तो खोले गए हैं, लेकिन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई है. इससे उनके बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है. इसके साथ ही दूसरी ओर जिले के अधिकतर अस्पतालों में डॉक्टर तैनात नहीं हैं. सड़क और स्वास्थ्य सुविधा न होने से ग्रामीणों को कई किलोमीटर पैदल चलकर बागेश्वर जिला अस्पताल आना पड़ता है. कई बार तो इलाज के अभाव में ग्रामीण रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं.
यह भी पढ़ें: भारी बारिश के बाद बह गया पुल, जान जोखिम में डाल गदेरा पार करने को मजबूर बच्चे
वहीं, बात करें अगर हड़बाड़ के ग्रामीणों की तो उनका कहना है कि गांव में स्कूल की हालत बेहद जर्जर है. बरसात के दिनों में स्कूल की छत टपकने लगती है. ऐसे में बच्चों का पढ़ाई करना मुश्किल हो जाता है. साथ ही दीवारों के जीर्ण-शीर्ण होने से उनके गिरने का खतरा बना हुआ है. बच्चे जान जोखिम में डाल कर जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग को कई बार स्थिति से अवगत कराया है. बावजूद इसके विभाग की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जाता है.
यह भी पढ़ें: क्रिकेट ट्रायल पर उठने लगे सवाल, खिलाड़ियों ने एसोसिएशन पर लगाए गंभीर आरोप
उधर, ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बताया कि उन्होंने अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली है. डीएम ने बताया कि सभी विभागीय अधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर क्षेत्र में जाकर प्रस्ताव तैयार करने के आदेश दिए गए हैं. जिससे ग्रामीणों की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण हो सके.