बागेश्वरः जिले में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. महेंद्र सिंह करायत का गांव बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है. करायत के गांव कराला पालड़ी के नागरिक पिछले 14 सालों से सड़क की मांग को लेकर शासन-प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन पांच साल में 2 किमी भी सड़क का निर्माण नहीं हो पाया, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है.
जैनकरास-कराला पालड़ी सड़क का निर्माण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. महेंद्र सिंह के नाम पर होना था. 14 वर्षों से ग्रामीण सड़क की राह देख रहे हैं. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र फतेसिंह करायत पूर्व में कई बार सड़क की मांग को लेकर आंदोलन कर चुके हैं.
फतेसिंह ने बताया कि शासन से सड़क को स्वीकृति भी मिल गयी है. यहां तक कि उनके पिता के नाम से सड़क का बोर्ड भी लगा दिया गया है, लेकिन पीडब्लूडी द्वारा अभी तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया गया.
विभाग पिछले पांच सालों से पुल निर्माण की बात कह रहा है, जिस वजह से सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि सड़क न होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बीमार लोगों को डोली में बैठाकर कई किमी की दूरी तय कर जिला अस्पताल लाना पड़ रहा है, जिसमें गरीब ग्रामीणों को डोली के लिए एक हजार से दो हजार रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण की मांग कई बार जनता दरबार में भी उठायी जा चुकी है, लेकिन अभी तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि जल्द सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.