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हफ्ते भर बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिली आदमखोर गुलदार से राहत, वन विभाग और शिकारियों के हाथ खाली

पेटशाल में आदमखोर गुलदार को ट्रैप करने के लिए 5 कैमरे भी लगाये गये हैं. इसके अलावा एक बड़ी टीम इसे पकड़ने के लिए लगाई गई है. बावजूद अभी तक गुलदार का कुछ भी पता नहीं चल पाया है.

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हफ्ते भर बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिली आदमखोर गुलदार से राहत
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Published : Jul 13, 2020, 3:35 PM IST

Updated : Jul 17, 2020, 1:29 PM IST

अल्मोड़ा: पेटशाल में आदमखोर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग की टीम समेत शिकारी इन दिनों से क्षेत्र में डटे हुए हैं. मगर अभी तक इनके हाथ कोई सफलता नहीं लग पाई है. अब भी गुलदार वन विभाग और शिकारी दोनों की पहुंच से कोसों दूर है.

वन विभाग की रेंजर संचिता वर्मा ने बताया कि पेटशाल क्षेत्र में गुलदार ने पिछले हफ्ते 2 घटनाओं को अंजाम दिया था. जिसके बाद उसे आदमखोर घोषित कर दिया गया था. गुलदार के खात्मे के लिए 3 शिकारियों की टीम भी क्षेत्र में तैनात कर दी गई है. इसके अलावा वन विभाग की दो टीमें भी क्षेत्र में लगातार निगरानी बनाये हुए हैं. इसके साथ ही आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरे लगाये गये हैं. जिनमें दो पिंजरे उड़ल और दो पेटशाल गांव में लगाये गए हैं. वन विभाग की टीमों को इनकी निगरानी के लिए लगाया गया है.

हफ्ते भर बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिली आदमखोर गुलदार से राहत

पढ़ें- पंचायत प्रतिनिधियों से CM त्रिवेंद्र ने किया ई-संवाद, आत्मनिर्भर भारत पर दिया जोर

यही नहीं गुलदार को ट्रैप करने के लिए 5 कैमरे भी लगाये गये हैं. बावजूद इसके अभी तक गुलदार का कुछ भी पता नहीं चल पाया है.

पढ़ें- आखिर कौन लगा जाता है यहां शवों को ठिकाने? अज्ञात लाशों का कब्रगाह बनता जा रहा जिला

बता दें पिछले हफ्ते उड़ल गांव में गुलदार दिन-दहाड़े आंगन में खेल रहे एक ढाई साल की मासूम को उठा ले गया था. उसके अगले दिन ही उसी क्षेत्र में गुलदार ने एक वृद्ध महिला को अपना निवाला बनाया. जिसके बाद ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर यहां शिकारियों की तैनाती की.

अल्मोड़ा: पेटशाल में आदमखोर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग की टीम समेत शिकारी इन दिनों से क्षेत्र में डटे हुए हैं. मगर अभी तक इनके हाथ कोई सफलता नहीं लग पाई है. अब भी गुलदार वन विभाग और शिकारी दोनों की पहुंच से कोसों दूर है.

वन विभाग की रेंजर संचिता वर्मा ने बताया कि पेटशाल क्षेत्र में गुलदार ने पिछले हफ्ते 2 घटनाओं को अंजाम दिया था. जिसके बाद उसे आदमखोर घोषित कर दिया गया था. गुलदार के खात्मे के लिए 3 शिकारियों की टीम भी क्षेत्र में तैनात कर दी गई है. इसके अलावा वन विभाग की दो टीमें भी क्षेत्र में लगातार निगरानी बनाये हुए हैं. इसके साथ ही आदमखोर गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरे लगाये गये हैं. जिनमें दो पिंजरे उड़ल और दो पेटशाल गांव में लगाये गए हैं. वन विभाग की टीमों को इनकी निगरानी के लिए लगाया गया है.

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यही नहीं गुलदार को ट्रैप करने के लिए 5 कैमरे भी लगाये गये हैं. बावजूद इसके अभी तक गुलदार का कुछ भी पता नहीं चल पाया है.

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बता दें पिछले हफ्ते उड़ल गांव में गुलदार दिन-दहाड़े आंगन में खेल रहे एक ढाई साल की मासूम को उठा ले गया था. उसके अगले दिन ही उसी क्षेत्र में गुलदार ने एक वृद्ध महिला को अपना निवाला बनाया. जिसके बाद ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर यहां शिकारियों की तैनाती की.

Last Updated : Jul 17, 2020, 1:29 PM IST
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