अल्मोड़ा: मासी की रामगंगा नदी में डूबने से 2 भाइयों की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, दोनों भाई विकासखंड के नौगांव अखोड़िया के रहने वाले थे, जो सुबह रिश्तेदारी में मासी पहुंचे थे. दोनों युवकों के नदी में डूब जाने के कारण परिवार में कोहराम मच गया. साथ ही पुलिस प्रशासन ने लोगों से नदी के पास न जाने की हिदायत दी है. दोनों भाई अजय और योगेंद्र चाचा-ताऊ के बेटे थे.
ग्राम पंचायत नौगांव अखोड़िया निवासी अजय महर (18 वर्ष) पुत्र सोबन सिंह महर और योगेंद्र महर (17 वर्ष) पुत्र रतन सिंह महर सुबह रिश्तेदारी में मासी के सोमनाथ कॉलोनी में आए हुए थे. सुबह 10 बजे दोनों भाई, एक अन्य युवक के साथ नदी में नहाने चले गए. काफी समय बाद भी जब दोनों भाई बाहर नहीं निकले तो तीसरे युवक ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद लोग मौके पर जुट गए.
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने दोनों भाइयों को नदी से बाहर निकाला, लेकिन दोनों की मौत हो चुकी थी. परिवार में दो बेटों के एक साथ मरने की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया. मृतक अजय महर अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ रहता था. साथ ही उसने अभी 12वीं की परीक्षा दी थी. वह इन दिनों परिवार के साथ नौगांव अखोड़िया आया था.
थानाध्यक्ष रमेश सिंह बोहरा ने बताया कि शहरों से आने वाले लोग नहाने के लिए नदी में उतर जाते हैं. साथ ही गहरे स्थान पर जाकर डूब जाते हैं. ऐसे लोगों को सख्ती से आगाह करने के साथ ही नदी की तरफ न जाने देने के लिए सतर्क करने की जरूरत है.
रामगंगा नदी में नहाने गए दो भाई डूबे, परिवार में मचा कोहराम
नौगांव अखोड़िया निवासी अजय महर (18 वर्ष) पुत्र सोबन सिंह महर और योगेंद्र महर (17 वर्ष) पुत्र रतन सिंह महर सुबह रिश्तेदारी में मासी के सोमनाथ कॉलोनी में आए हुए थे. नदी में नहाने के लिए गए दोनों भाई नदी में डूब गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
अल्मोड़ा: मासी की रामगंगा नदी में डूबने से 2 भाइयों की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, दोनों भाई विकासखंड के नौगांव अखोड़िया के रहने वाले थे, जो सुबह रिश्तेदारी में मासी पहुंचे थे. दोनों युवकों के नदी में डूब जाने के कारण परिवार में कोहराम मच गया. साथ ही पुलिस प्रशासन ने लोगों से नदी के पास न जाने की हिदायत दी है. दोनों भाई अजय और योगेंद्र चाचा-ताऊ के बेटे थे.
ग्राम पंचायत नौगांव अखोड़िया निवासी अजय महर (18 वर्ष) पुत्र सोबन सिंह महर और योगेंद्र महर (17 वर्ष) पुत्र रतन सिंह महर सुबह रिश्तेदारी में मासी के सोमनाथ कॉलोनी में आए हुए थे. सुबह 10 बजे दोनों भाई, एक अन्य युवक के साथ नदी में नहाने चले गए. काफी समय बाद भी जब दोनों भाई बाहर नहीं निकले तो तीसरे युवक ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद लोग मौके पर जुट गए.
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने दोनों भाइयों को नदी से बाहर निकाला, लेकिन दोनों की मौत हो चुकी थी. परिवार में दो बेटों के एक साथ मरने की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया. मृतक अजय महर अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ रहता था. साथ ही उसने अभी 12वीं की परीक्षा दी थी. वह इन दिनों परिवार के साथ नौगांव अखोड़िया आया था.
थानाध्यक्ष रमेश सिंह बोहरा ने बताया कि शहरों से आने वाले लोग नहाने के लिए नदी में उतर जाते हैं. साथ ही गहरे स्थान पर जाकर डूब जाते हैं. ऐसे लोगों को सख्ती से आगाह करने के साथ ही नदी की तरफ न जाने देने के लिए सतर्क करने की जरूरत है.
रामगंगा नदी में नहाने गए दो भाई डूबे, परिवार में मचा कोहराम
अल्मोड़ा: मासी की रामगंगा नदी में डूबने से 2 भाइयों की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार, दोनों भाई विकासखंड के नौगांव अखोड़िया के रहने वाले थे, जो सुबह रिश्तेदारी में मासी पहुंचे थे. दोनों युवकों के नदी में डूब जाने के कारण परिवार में कोहराम मच गया. साथ ही पुलिस प्रशासन ने लोगों से नदी के पास न जाने की हिदायत दी है. दोनों भाई अजय और योगेंद्र चाचा-ताऊ के बेटे थे.
ग्राम पंचायत नौगांव अखोड़िया निवासी अजय महर (18 वर्ष) पुत्र सोबन सिंह महर और योगेंद्र महर (17 वर्ष) पुत्र रतन सिंह महर सुबह रिश्तेदारी में मासी के सोमनाथ कॉलोनी में आए हुए थे. सुबह 10 बजे दोनों भाई, एक अन्य युवक के साथ नदी में नहाने चले गए. काफी समय बाद भी जब दोनों भाई बाहर नहीं निकले तो तीसरे युवक ने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिसके बाद लोग मौके पर जुट गए.
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और स्थानीय लोगों ने दोनों भाइयों को नदी से बाहर निकाला, लेकिन दोनों की मौत हो चुकी थी. परिवार में दो बेटों के एक साथ मरने की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया.
मृतक अजय महर अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ रहता था. साथ ही उसने अभी 12वीं की परीक्षा दी थी. वह इन दिनों परिवार के साथ नौगांव अखोड़िया आया था.
थानाध्यक्ष रमेश सिंह बोहरा ने बताया कि शहरों से आने वाले लोग नहाने के लिए नदी में उतर जाते हैं. साथ ही गहरे स्थान पर जाकर डूब जाते हैं. ऐसे लोगों को सख्ती से आगाह करने के साथ ही नदी की तरफ न जाने देने के लिए सतर्क करने की जरूरत है.
Conclusion: