अल्मोड़ा: उत्तराखंड के जंगलों में बढ़ती वनाग्नि (Forest Fire in Uttarakhand) के प्रति जागरूकता और रोकथाम को लेकर सोबन सिंह जीना यूनिवर्सिटी (Soban Singh Jeena University) में एक सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें वन विभाग और एसएसजे यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने छात्रों को वन और वनाग्नि से निपटने के लिए शोध किये जाने पर जोर दिया. जिसको लेकर वन विभाग और यूनिवर्सिटी के बीच एक एमओयू भी साइन किया गया.
इस मौके पर सोबन सिंह जीना यूनिवर्सिटी के कुलपति एनएस भंडारी ने कहा कि आज जंगल की आग प्रकृति और वन संपदा को भी नुकसान पहुंचा रही है. इससे निपटने के लिए सेमिनार के माध्यम से छात्र-छात्रों को जागरूक किया गया और आग बुझाने में उनकी भूमिका को लेकर भी चर्चा हुई.
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वहीं, इस मौके पर मौजूद डीएफओ महातिम यादव ने कहा कि जंगल की आग से निपटने के लिए आयोजित इस सेमिनार का मकसद यह है कि छात्र-छात्राएं जागरूक होने के साथ ही इस वन विभाग के अनुभवों को साथ लेकर इससे निपटने के लिए शोध करें.