सोमेश्वर: मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट 'कोसी नदी पुनर्जनन योजना' के उद्गम स्थली पिनाथेश्वर से बागेश्वर जिले के लिए पेयजल योजना प्रस्तावित है. जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं. जिसके समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ एसडीएम सीमा विश्वकर्मा ने एक बैठक की.
जिसमें ग्रामीणों ने योजना का कड़ा विरोध किया और जल निगम के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए आरोप लगाया कि क्षेत्र के अधिकांश प्रतिनिधियों को पानी के विवाद में होने वाली बैठक की जानकारी तक नहीं दी गई है.
बैठक के दौरान उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा ने वन विभाग, राजस्व विभाग, जल निगम बागेश्वर और अल्मोड़ा को प्रतिनिधियों की टीम बनाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि योजना स्थल में पानी कम होने या दूसरी पेयजल योजना के प्रभावित होने की स्थिति में योजना का निर्माण नहीं किया जाएगा.
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वहीं इस मामले पर ग्राम प्रधान संगठन के महामंत्री कैलाश जोशी ने कहा कि, कोसी नदी के मूल स्रोत पर बिना अनुमति के 4 इंच की पेयजल योजना बनाना कोसी नदी के अस्तित्व के साथ खिलवाड़ है. इसके साथ ही बैठक में पहुंचे लोगों ने कहा कि, अगर कोसी नदी से योजना का जबरन निर्माण शुरू किया गया तो ग्रामीण सड़कों पर उतर कर उग्र आंदोलन करने को विवश हो जाएंगे. फिलहाल जल निगम काम नहीं कर रहा है.