अल्मोड़ा: चितई के प्रसिद्ध गोलू मंदिर में हर साल देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. श्रद्धालु गंदे शौचालयों से परेशान हैं. कहने को तो यहां दो पब्लिक शौचालय हैं. मगर इनमें से एक गंदा है. दूसरे में ताला लटका है. गंदगी से संक्रामक बीमारी फैलने का भी डर है.
दरअसल, चितई बाजार में 2 पब्लिक शौचालय हैं. इनमें से एक गंदगी से पटा पड़ा है, तो दूसरे में बनने के बाद से ही ताला लटका हुआ है. ऐसे में जनता को हो रही इस असुविधा की सुध लेने वाला कोई नहीं है. यहां मुख्यमंत्री, मंत्री से लेकर आलाधिकारी और बड़ी हस्तियां गोलू मंदिर में माथा टेकने आती हैं. शायद उनका ध्यान भी इस ओर नहीं गया.
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अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चितई पर्यटकों का मुख्य केंद्र है. यहां मौजूद गोलू देवता मंदिर जो आस्था का केंद्र है, यहां हर साल बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. लेकिन यहां पहुंचकर उन्हें एक भी पब्लिक शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है. यहां के चितई बाजार में पर्यटन विभाग की मदद से एक टॉयलेट बनाया गया. लेकिन स्वच्छ भारत अभियान का बोर्ड लगे इस टॉयलेट में दरवाजा भी नहीं है. साथ ही गंदगी से पटा पड़ा है. इसके अंदर जाना तो दूर बाहर से ही लोग इसकी ओर देखकर मुंह फेर लेते हैं.
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वहीं, पर्यटन विभाग द्वारा लगभग 20 लाख की लागत से यहां एक हाईटेक शौचालय का निर्माण करवाया गया था. लेकिन इसे संचालित करने के लिए कर्मचारी नहीं मिलने के कारण ये भी बनने के बाद से ही बंद पड़ा है. ऐसे में बाहर से चितई आने वाले पर्यटकों को यहां शौचालय न होने से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
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चितई के स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां लाखों की संख्या में बाहर से पर्यटक पहुचते हैं. लेकिन पब्लिक शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. 2 शौचालय होने के बाद भी यहां लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. जबकि यहां मुख्यमंत्री, मंत्री से लेकर आलाधिकारी गोल्ज्यू के दरबार में माथा टेकने आते हैं. लेकिन उन्हें जनता को हो रही असुविधा की कोई परवाह नहीं है.