ETV Bharat / state

खुले आसमान के नीचे और पड़ोसी के गौशाला में रहने को मजबूर ये परिवार, प्रशासन नहीं सुन रहा फरियाद - सोमेश्वर समाचार

माला ग्राम पंचायत में एक गरीब परिवार पिछले 5 दिनों से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. तहसील प्रशासन द्वारा मुआयना करने के बाद भी अब तक पीड़ित परिवार को कोई मदद नहीं मिली है जिसको लेकर उनमें प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है.

खुले आसमान के नीचे रहने को विवश गरीब परिवार
author img

By

Published : Sep 8, 2019, 10:14 AM IST

सोमेश्वरः तहसील सोमेश्वर के अंतर्गत माला ग्राम पंचायत में एक गरीब परिवार पिछले 5 दिनों से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. तहसील प्रशासन द्वारा मुआयना करने के बाद भी अब तक पीड़ित परिवार को कोई मदद नहीं मिली है. जिसको लेकर उनमें प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है.

खुले आसमान के नीचे रहने को विवश गरीब परिवार

बता दें कि माला ग्राम पंचायत का जोगा राम अपने परिवार के 6 सदस्यों के साथ पुराने जीर्ण-क्षीर्ण मकान में रहता था. वहीं बरसात के चलते उसका मकान पूर्ण रूप से गिरकर जमींदोज हो गया. जिसकी वजह से पिछले एक सप्ताह से वह खुले आसमान के नीचे या पड़ोसी के गौशाला में शरण लेकर रहने को विवश है.

इस मामलें में सोमेश्वर के बीएसपी अध्यक्ष जगदीश चंद्र का कहना है कि वह माला गांव गए थे. पीड़ित परिवार ने उन्हें अपनी पीड़ा से भी अवगत कराया, प्रशासन की ओर से उसे आपदा सहायता के नाम पर कुछ भी नहीं मिला है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे जरूरतमंद लोगों को दैवीय आपदा के मानकों के अनुरूप सहायता देनी चाहिए.

सोमेश्वरः तहसील सोमेश्वर के अंतर्गत माला ग्राम पंचायत में एक गरीब परिवार पिछले 5 दिनों से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. तहसील प्रशासन द्वारा मुआयना करने के बाद भी अब तक पीड़ित परिवार को कोई मदद नहीं मिली है. जिसको लेकर उनमें प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है.

खुले आसमान के नीचे रहने को विवश गरीब परिवार

बता दें कि माला ग्राम पंचायत का जोगा राम अपने परिवार के 6 सदस्यों के साथ पुराने जीर्ण-क्षीर्ण मकान में रहता था. वहीं बरसात के चलते उसका मकान पूर्ण रूप से गिरकर जमींदोज हो गया. जिसकी वजह से पिछले एक सप्ताह से वह खुले आसमान के नीचे या पड़ोसी के गौशाला में शरण लेकर रहने को विवश है.

इस मामलें में सोमेश्वर के बीएसपी अध्यक्ष जगदीश चंद्र का कहना है कि वह माला गांव गए थे. पीड़ित परिवार ने उन्हें अपनी पीड़ा से भी अवगत कराया, प्रशासन की ओर से उसे आपदा सहायता के नाम पर कुछ भी नहीं मिला है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे जरूरतमंद लोगों को दैवीय आपदा के मानकों के अनुरूप सहायता देनी चाहिए.

Intro:तहसील सोमेश्वर के अंतर्गत माला ग्राम पंचायत में एक गरीब परिवार पिछले 5 दिनों से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। तहसील प्रशासन ने मौका मुआयना करने के बाद अब तक पीड़ित परिवार को कोई मदद नही दी है जिस कारण उनमें शासन प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है।Body:सोमेश्वर। तहसील सोमेश्वर के अंतर्गत माला ग्राम पंचायत के एक गरीब मजदूर का मकान भारी बरसात में ध्वस्त हो जाने के कारण वह खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। तहसील प्रशासन ने पीड़ित परिवार के मकान का मौका मुआयना तो कर दिया है लेकिन उसे अभी तक आपदा राहत के नाम पर कुछ भी नहीं दिया गया है। यह गरीब परिवार जब बरसात होती है तब अपने पड़ोसी के यहां शरण लेता है अन्यथा टूटे मकान के आंगन में रहने को मजबूर है। अपने परिवार के 6 सदस्यों के साथ इधर उधर रहने को विवश परिवार का कहना है कि तहसील प्रशासन उसे शीघ्र मकान देने की बात नहीं कर रहा है। जबकि उसका मकान पूरी तरीके से ध्वस्त हो चुका है।
माला ग्राम पंचायत के जोगा राम अपने परिवार के 6 सदस्यों के साथ जिनमें 4 नाबालिग बच्चे भी हैं पुराने जीर्ण क्षीर्ण मकान में रहता था। बरसात के कारण धीरे-धीरे उसका मकान पूर्ण रूप से गिरकर जमीन में आ गया है और पिछले 1 सप्ताह से वह खुले आसमान के नीचे या पड़ोसी के गौशाले में शरण लेकर रहने को विवश है।
बहुजन समाज पार्टी के विधान सभा क्षेत्र सोमेश्वर के अध्यक्ष जगदीश चंद्र का कहना है कि वह क्षेत्र भ्रमण में माला गांव पहुंचे थे। पीड़ित परिवार ने उन्हें अपनी पीड़ा सुनाई कि वह बड़ी विषम स्थिति में अपने दिन गुजार रहे हैं और प्रशासन की ओर से उसे आपदा की सहायता के नाम पर कुछ भी नहीं मिला है। शासन प्रशासन से मांग की है कि ऐसे जरूरतमंद लोगों को दैवीय आपदा के मानकों के अनुरूप पूर्ण सहायता देनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी भी दी है कि अगर जोगा राम को शीघ्र पूर्ण आवास की सहायता नहीं दी गई तो वह मामले को लेकर आंदोलन पर उतरने को मजबूर होंगे।
बताते चलें कि जोगा राम दैनिक मजदूरी कर बमुश्किल अपना और परिवार का भरण पोषण करता है उसके लिए मकान बनाना असंभव है। उसकी दैनिक दयनीय हालत को देखते हुए उसे शीघ्र आवास दिए जाने की मांग की है।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.