रानीखेत: उपनेता प्रतिपक्ष और विधायक करन माहरा ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फेंस की. इस दौरान कहा कि प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज क्वारंटाइन में रहने की हिदायत के बावजूद भी कैबिनेट बैठक में शामिल हुए. इससे अब मंत्रिमंडल तथा अधिकारियों में कोरोना संक्रमण की आशंका बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि क्या सरकार कोरोना पॉजिटिव मंत्री के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी? वहीं, दूसरी तरफ पीएम केयर्स फंड को लेकर केंद्र सरकार को घेरा.
उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने कहा कि लोगों ने पीएम केयर्स फंड में करोड़ों रुपए जमा किए. जबकि प्रवासी अपने निजी खर्चे पर घर आ रहे हैं. पीएम केयर्स फंड की धनराशि का सदुपयोग कहां हो रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार गंभीर नहीं है, सरकार ने लोगों को लाने में देरी की. गांवों में विषम परिस्थितियों के कारण उन्हें संस्थागत क्वारंटाइन किया जाना चाहिए, जहां हर तरह की सुविधाएं मिले.
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वहीं, माहरा ने कहा कि सरकार की गलत नीति के कारण लोगों को गांव में क्वारंटाइन होना पड़ रहा है. जिससे बच्चों और बुजुर्गो में खतरा बढ़ गया है. प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1000 के पार हो गई है जो सरकार की अदूरदर्शिता का परिणाम है. उन्होंने कहा कि कोरोना से संबंधित जांचें भी काफी कम हो रही हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक करोड़ लोगों का उपचार करने तथा उनके मंत्री 80 करोड़ लोगों को राशन उपलब्ध कराने की बातें कर रहे हैं जो हास्यास्पद है. जनता को गुमराह किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि रानीखेत विधानसभा में भी सरकार विकास कार्यों में सौतेला व्यवहार कर रही है. कई सड़कों का कार्य भी विवाद में डालकर लटकाया जा रहा है. राशन कार्डों में धांधली की शिकायतें आ रही हैं.