अल्मोड़ाः लॉकडाउन का असर प्रसिद्ध बाल मिठाई के कारोबार पर भी पड़ा है. हालांकि, लॉकडाउन 3.0 में मिठाई की दुकानें खोलने की छूट तो मिल गई है, लेकिन पर्यटकों की आवाजाही खत्म होने से दुकानों से खरीदारों की भीड़ गायब है. बाल मिठाई के कारोबार से जुड़े लोगों के सामने आजीविका का संकट गहरा गया है. इतना ही नहीं अब इस व्यवसाय से जुड़े कारीगरों के सामने दो जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो चुका है.
सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा की एक पहचान यहां की प्रसिद्ध बाल मिठाई है. यहां की बाल मिठाई को देश-विदेशों में भी लोग खूब पसंद करते हैं. यहां की बाल मिठाई सात समंदर पार भी लोगों के जुबान का स्वाद बढ़ाती थी. खास कर पर्यटन सीजन में बाहर से काफी संख्या में आने वाले पर्यटक इस मिठाई को सौगात के तौर पर ले जाते थे. लेकिन, कोराना महामारी के बाद लागू लॉकडाउन के कारण इस व्यवसाय से जुड़े सैकड़ों लोगों की आजीविका प्रभावित हो चुकी है.
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पहले दो चरणों के लॉकडाउन में जहां दुकानें बंद रहीं, जिससे मिठाई व्यवसायियों को काफी नुकसान झेलना पड़ा. वहीं, अब तीसरे चरण में दुकानें खोलने की छूट तो मिली लेकिन, अब मिठाई की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ गायब है. मिठाई कारोबारियों का कहना है कि पहले बाल मिठाई खरीदने के लिए सुबह से देर रात तक दुकान में भीड़ उमड़ी रहती थी.
इस दौरान उन्हें एक मिनट की भी फुर्सत नहीं मिलती थी, लेकिन अब ग्राहक नहीं आ रहे हैं. बता दें कि अल्मोड़ा नगर में बाल मिठाई की एक दर्जन से ज्यादा दुकानें चलती हैं. इस कारोबार से जुड़े कई परिवारों की आजीविका इसी पर निर्भर हैं.