अल्मोड़ाः देहरादून में सैन्य धाम के लिए अल्मोड़ा की जीवनदायिनी कही जाने वाली कोसी, सुयाल और रामगंगा नदियों का जल कलश में भरकर भेजा गया. इस दौरान बलिदानियों के सम्मान में नारे भी लगाए गए. जिसके बाद पवित्र जल को चौघानपाटा गांधी पार्क से देहरादून के लिए रवाना किया गया.
अल्मोड़ा से तीन नदियों का भेजा गया जलः बता दें कि देहरादून के गुनियाल गांव में सैन्य धाम का निर्माण पांचवें धाम के रूप में किया जा रहा है. 3 जुलाई को यहां अमर जवान ज्योति का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है. जिसके लिए प्रदेश के सभी जिलों से नदियों के पवित्र जल का संग्रहण कर देहरादून भेजा जा रहा है. अल्मोड़ा से भी तीन नदियों का जल एकत्र कर देहरादून भेजा गया है.
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दरअसल, अल्मोड़ा के जिला सैनिक कल्याण विभाग की ओर से अधिकारियों ने जीवनदायिनी कोसी नदी समेत रामगंगा और सुयाल नदी के पवित्र जल को एकत्र कर एक कलश में भरा. जिसे सैन्य धाम के निर्माण के लिए भेज दिया गया है. इससे पहले भी प्रथम चरण में प्रदेश के बलिदानी जवानों की आंगन की मिट्टी सैन्य धाम के लिए भेजी गई थी. अब दूसरे चरण में पवित्र नदियों का जल गुनियाल गांव को भेजा गया है.
वहीं, इस कलश यात्रा को पूर्व विधायक और बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, बीजेपी जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान बलिदानियों के सम्मान में पूर्व सैनिकों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए नदियों के पवित्र जल से भरे कलश को चौघानपाटा गांधी पार्क से देहरादून के गुनियाल गांव के लिए रवाना किया.
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सैन्य धाम का निर्माण सैनिकों का सम्मानः पूर्व विधायक कैलाश शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड एक सैन्य बाहुल्य प्रदेश है. यहां के प्रत्येक घर के लोगों में देश सेवा करने और सेना के प्रति अपार सम्मान है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पांचवें धाम के रूप में सैन्य धाम को बनाया जाना सरकार का एक सराहनीय कदम है.