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हार्ट केयर सेंटर के बंद होने पर संचालक ने तोड़ी चुप्पी, सरकार पर लगाया लापरवाही का आरोप

हार्ट केयर सेंटर बंद होने के बाद सेंटर संचालक डॉ. ओपी यादव ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ व्यक्तियों ने उनकी छवि तक धूमिल करने का प्रयास किया, जिस कारण उन्हें नोटिस भेजा गया है.

हार्ट केयर सेंटर के बंद होने पर संचालक ने तोड़ी चुप्पी.
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Published : Sep 22, 2019, 2:53 PM IST

Updated : Sep 22, 2019, 3:20 PM IST

अल्मोड़ा: जिले में हार्ट केयर सेंटर बंद होने के करीब 10 दिन बाद सेंटर संचालक और नेशनल हार्ट केयर इंस्टीट्यूट दिल्ली के कार्यकारी अधिकारी डॉ. ओपी यादव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने हार्ट केयर सेंटर को लेकर सरकार और उनके नेताओं की बातों को पूरी तरह से झूठ बताया. साथ ही हार्ट सेंटर के बंद होने का कारण सरकार की हीलाहवाली बताई.

हार्ट केयर सेंटर के बंद होने पर संचालक ने तोड़ी चुप्पी.

सेंटर संचालक डॉ. ओपी यादव ने बताया कि परिस्थितियां ऐसी पैदा कर दी गई, जिसके चलते इस इस्टीट्यूट को बंद करना पड़ा. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने हार्ट सेंटर को पर्याप्त सुविधाएं देना तो दूर 9 माह तक की पेमेंट तक नहीं दी. जबकि, करार के अनुसार प्रतिमाह सरकार द्वारा 11 लाख रुपए देने की बात हुई थी, लेकिन सरकार ने जनवरी से ये भुगतान देना बंद कर दिया. सरकार से जो एमओयू साइन हुआ था उसका भी उल्लंघन कर दिया गया. उन्होंने बिना किसी के नाम का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि कुछ व्यक्तियों ने उनकी छवि तक धूमिल करने का प्रयास किया, जिस कारण उन्हें नोटिस भेजा गया है.

ये भी पढ़ें: आजादी तो मिल गई, पर नहीं मिली मसूरी के इस गांव को 'रोशनी', विधायक दे रहे अंग्रेजों को दोष

सरकार पर आरोप लगाते हुए डॉ. यादव ने बताया कि बेस अस्पताल स्थित हार्ट सेंटर बंद करने का फैसला सरकार का नहीं, बल्कि उनका खुद का है. इसका मुख्य कारण इस सेंटर के संचालन के प्रति सरकार का ढीला रवैया, समयबद्ध तरीके से भुगतान न होना तथा उपकरणों की मरम्मत कई बार निवेदन करने के बावजूद नहीं करवाना है.

हार्ट सेंटर संचालक डॉ. यादव ने बताया कि वह विगत 6 महीने से बिना किसी लिखित करार के अधिकारियों के मौखिक आश्वासन पर जनता को सेवाएं देते रहे. फरवरी 2019 में करार के नवीनीकरण के वक्त शासन ने उनके समक्ष नैनीताल स्थित बीडी पांडे राजकीय चिकित्सालय में भी एक महीने में दो बार विशेषज्ञ चिकित्सक भेजने को कहा गया, जिसे उनके द्वारा पूरा किया गया. उन्होंने अत्यंत भावुक होते हुए कहा कि आज अल्मोड़ा के हार्ट सेंटर का भी वही हश्र हुआ, जो उदय शंकर नाट्य अकादमी का हुआ था.

अल्मोड़ा: जिले में हार्ट केयर सेंटर बंद होने के करीब 10 दिन बाद सेंटर संचालक और नेशनल हार्ट केयर इंस्टीट्यूट दिल्ली के कार्यकारी अधिकारी डॉ. ओपी यादव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने हार्ट केयर सेंटर को लेकर सरकार और उनके नेताओं की बातों को पूरी तरह से झूठ बताया. साथ ही हार्ट सेंटर के बंद होने का कारण सरकार की हीलाहवाली बताई.

हार्ट केयर सेंटर के बंद होने पर संचालक ने तोड़ी चुप्पी.

सेंटर संचालक डॉ. ओपी यादव ने बताया कि परिस्थितियां ऐसी पैदा कर दी गई, जिसके चलते इस इस्टीट्यूट को बंद करना पड़ा. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने हार्ट सेंटर को पर्याप्त सुविधाएं देना तो दूर 9 माह तक की पेमेंट तक नहीं दी. जबकि, करार के अनुसार प्रतिमाह सरकार द्वारा 11 लाख रुपए देने की बात हुई थी, लेकिन सरकार ने जनवरी से ये भुगतान देना बंद कर दिया. सरकार से जो एमओयू साइन हुआ था उसका भी उल्लंघन कर दिया गया. उन्होंने बिना किसी के नाम का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि कुछ व्यक्तियों ने उनकी छवि तक धूमिल करने का प्रयास किया, जिस कारण उन्हें नोटिस भेजा गया है.

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सरकार पर आरोप लगाते हुए डॉ. यादव ने बताया कि बेस अस्पताल स्थित हार्ट सेंटर बंद करने का फैसला सरकार का नहीं, बल्कि उनका खुद का है. इसका मुख्य कारण इस सेंटर के संचालन के प्रति सरकार का ढीला रवैया, समयबद्ध तरीके से भुगतान न होना तथा उपकरणों की मरम्मत कई बार निवेदन करने के बावजूद नहीं करवाना है.

हार्ट सेंटर संचालक डॉ. यादव ने बताया कि वह विगत 6 महीने से बिना किसी लिखित करार के अधिकारियों के मौखिक आश्वासन पर जनता को सेवाएं देते रहे. फरवरी 2019 में करार के नवीनीकरण के वक्त शासन ने उनके समक्ष नैनीताल स्थित बीडी पांडे राजकीय चिकित्सालय में भी एक महीने में दो बार विशेषज्ञ चिकित्सक भेजने को कहा गया, जिसे उनके द्वारा पूरा किया गया. उन्होंने अत्यंत भावुक होते हुए कहा कि आज अल्मोड़ा के हार्ट सेंटर का भी वही हश्र हुआ, जो उदय शंकर नाट्य अकादमी का हुआ था.

Intro: अल्मोड़ा में हार्ट केयर सेंटर बंद होने के करीब 10 दिन बाद सेंटर को संचालित कर रहे नेशनल हार्ट केयर इंस्टिट्यूट दिल्ली के कार्यकारी अधिकारी डॉ ओपी यादव ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि हार्ट केयर सेंटर को लेकर सरकार और उनके नेता जो बातें फैला रहे है वह पूरी तरह झूठ है। कहा कि हार्ट केयर सेंटर सरकार की हीलाहवाली के कारण बंद हुआ।
Body:डॉ. ओपी यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि परिस्थितियां ऐसी पैदा कर दी गई, जिसके चलते इतना इस इस्टीट्यूट को बंद करना पड़ा। आरोप लगाया कि सरकार ने हार्ट सेंटर को पर्याप्त सुविधाएं देना तो दूर 9 माह तक की पेमंट तक नहीं दी। जो कि करार के मुताबिक प्रतिवर्ष सरकार द्वारा 11 लाख रुपया देना था लेकिन सरकार जनवरी से यह भुगतान देना बंद कर दिया। सरकार से जो एमओयू साइन हुआ था उसका भी उल्लंघन कर दिया गया। उन्होंने बिना किसी के नाम का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि कुछ व्यक्तियों ने उनकी छवि तक धूमिल करने का प्रयास किया। जिस कारण उन्हें नोटिस भेजा गया है।
डॉ. यादव ने कहा कि बेस अस्पताल स्थित हार्ट सेंटर बंद करने का फैसला सरकार का नहीं, बल्कि उनका खुद का है। इसका मुख्य कारण इस सेंटर के संचालन के प्रति सरकार का ढीला रवैया, समयबद्ध तरीके से भुगतान न होना तथा उपकरणों की मरम्मत कई बार निवेदन करने के बावजूद नही करवाना है।
डॉ. यादव ने कहा कि वह विगत 6 माह से बिना किसी लिखित करार केवल शासन के अधिकारियों के मौखिक आश्वासन के आधार पर जनता को सर्वोपरि मानते हुए सेवाएं देते रहे। फरवरी 2019 में करार के नवीनीकरण के वक्त शासन ने उनके समक्ष नैनीताल स्थित बीडी पांडे राजकीय चिकित्सालय में भी माह में दो बार विशेषज्ञ चिकित्सक भेजने को कहा गया, जिसे उन्होंने पूरा किया। उन्होंने अत्यंत भावुक होते हुए कहा कि आज अल्मोड़ा के हार्ट सेंटर का भी वही हश्र हुआ जो उदय शंकर नाट्य अकादमी का हुआ है।

बाइट 1 डॉ ओपी यादव, सीईओConclusion:
Last Updated : Sep 22, 2019, 3:20 PM IST
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