देहरादून/अल्मोड़ा: लव जेहाद को लेकर इन दिनों पूरे देश में बहस छिड़ी हुई है. मध्य प्रदेश सरकार तो लव जेहाद के खिलाफ कानून भी लेकर आ गई है, वहीं अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी लव जेहाद को लेकर कानून की मांग तेज होने लगी है. इन सबसे अलग उत्तराखंड में अंतर धार्मिक विवाह को प्रोत्साहन देने की योजना पर भी विवाद छिड़ गया है. इसको लेकर राजनीतिक गहमागहमी शुरू हो गई है.
दरअसल, जिला समाज अधिकारी टिहरी ने अंतर अंतर जातीय व अंतर धार्मिक विवाह को प्रोत्साहित करने के लिए एक प्रेस नोट जारी किया था. इस प्रोत्साहन योजना के तहत उन्होंने बताया कि अंतरधार्मिक और अंतरजातीय विवाह राष्ट्रीय एकता को जागृत रखने और समाज में एकता बनाए रखने में काफी सहायक सिद्ध हो सकता है. हालांकि, इस प्रेस नोट का सरकार ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश भी दिए थे.
लव जिहाद के खिलाफ बने सख्त कानून
अल्मोड़ा से बीजेपी सांसद अजय टम्टा ने भी लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून लाने का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में इस तरह की सामाजिक दिक्कतें है. वहां पर कानून लाना जरूरी है. लव जिहाद के खिलाफ फिलहाल मध्यप्रदेश और यूपी की सरकार सख्त कानून लाने जा रही है. यह कानून लाना बहुत जरूरी है.
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वहीं, इस बारे में जब कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार पहले ही इसको लेकर कानून ला चुकी है. दो धर्मों के बीच के युवक-युवतियों की शादी को प्रोत्साहन देने की कोई योजना अमल में नहीं लाई जा रही है. यहां केवल अंतरजातीय शादियों को प्रोत्साहित करने की योजना मौजूद है. बाकी मामले में कानून के हिसाब से ही काम किया जाएगा.