अल्मोड़ा: संस्कृति नगरी अल्मोड़ा की बेटी भावना जोशी को उत्तराखंड के जोशीमठ में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिल्ली में सम्मानित किया गया. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह सम्मान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वार्षिक अवॉर्ड कार्यक्रम में दिया.
अल्मोड़ा के पश्चिमी पोखरखाली मोहल्ले की रहने वाले भावना जोशी बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन में असिस्टेंट एक्जीक्यूटिव सिविल इंजीनियर हैं. 7 फरवरी 2021 को उत्तराखंड के जोशीमठ के मलारी सेक्टर में ग्लेशियर लेक फटने के कारण रैणी पुल पूरी तरह टूट गया था. पुल के टूट जाने से इंडो-चाइना बॉर्डर रोड सहित आसपास के कुल 13 गांव का संपर्क बाधित हो गया था. भावना ने ब्रिज को बनाने एवं बॉर्डर रोड को दुरुस्त कर गांवों के संपर्क मार्ग को दोबारा परिगमन के लिए शुरू कराया. उन्होंने 26 दिनों में ब्रिज बनाकर तैयार किया.
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उत्तराखंड के ऊंचाई वाले स्थान में मुश्किल से कार्य करते हुए भारत की नारी शक्ति का उदाहरण पेश किया. उनकी इस कार्यशैली से प्रभावित होकर दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उन्हें सम्मानित किया गया. भावना जोशी की प्रारंभिक शिक्षा अल्मोड़ा के शिशु मंदिर जीवनधाम से हुई. वह विवेकानंद इंटर कालेज से उत्तराखंड की इंटर बोर्ड परीक्षा में टॉप टेन में शामिल रहीं. इसके बाद इन्होंने पंतनगर से बी-टेक एवं आईआईटी दिल्ली से एम-टेक किया.
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बाद में आईईएस की परीक्षा पास की. जिसके बाद इनकी बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन में प्रथम पोस्टिंग जोशीमठ में हुई. वर्तमान में वह अरुणाचल प्रदेश में कार्यरत हैं. उन्होंने अपनी इस सफलता के लिए अपने पिता कृष्ण मोहन जोशी एवं माता भारती जोशी को दिया है. भावना जोशी के सम्मानित होने से उनके गृह क्षेत्र अल्मोड़ा में खुशी की लहर है.