अल्मोड़ा: नगर में पार्किंग की समस्या को देखते हुए विगत दो साल पहले सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत अल्मोड़ा पहुंचकर पार्किंग बनाने की घोषणा तो कर गये, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी मुख्यमंत्री की ये घोषणा धरातल पर नहीं उतरी है. जबकि, नगर पालिका ने दो साल पहले ही पार्किंग का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया था, लेकिन अभी तक शासन से इसे स्वीकृति नहीं मिल पाई है.
अल्मोड़ा नगर पालिका के अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी ने बताया कि टैक्सी स्टैंड के पास स्थित भूमि में पहले ट्रक स्टैंड निर्माण होना था. लेकिन ट्रक स्टैंड के लिए पर्याप्त जगह न होने के कारण वहां कार पार्किंग बनाई जानी है. दो साल पहले मुख्यमंत्री भी अल्मोड़ा पहुंचकर पार्किंग बनाए जाने को लेकर घोषणा कर चुके हैं. वहीं, दो साल पहले ही नगर पालिका द्वारा 16 करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा चुका है. लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी ये योजना धरातल पर नहीं उतर पाई है.
पढ़ें: दीपक का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, हार्ट अटैक से हुई थी मौत
नगर पालिका अध्यक्ष चंद्र प्रकाश जोशी का कहना है कि अल्मोड़ा शहर में एक मात्र कार पार्किंग होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में एक और पार्किंग बनाया जाना अति आवश्यक है. क्योंकि, नगर में पार्किंग की समस्या बहुत पुरानी है. आलम ये है कि मुख्य माल रोड पर राहगीरों की सुविधा को बने फुटपाथ पर भी दोपहिया वाहनों खड़े रहते हैं. जिससे अक्सर नगर में जाम की समस्या बनी रहती है.