अल्मोड़ाः राजस्व पुलिस भूलेख सर्वेक्षण प्रशिक्षण संस्थान अल्मोड़ा से प्रशिक्षण लेने के बाद अब 32 राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी) विभिन्न जिलों में अपनी सेवाएं देंगे. प्रशिक्षण पूरा करने पर सभी जिलों के उप राजस्व निरीक्षकों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया.
उत्तराखंड को मिले नए राजस्व उप निरीक्षकों को बीते एक साल से प्रशिक्षण दिया जा रहा था. इसके तहत उन्हें कानून व्यवस्था, भू अभिलेखों के रखरखाव आदि के बारे में बताया गया. पाताल देवी में स्थित प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि अल्मोड़ा डीएम विनीत तोमर प्रशिक्षुओं से कहा कि सैद्धांतिक प्रशिक्षण की अवधि में उन्होंने जो कुछ सीखा है, वो उसे अपने व्यवहार में लाकर जनहित के कार्य पूरी लगन एवं ईमानदारी के साथ करें.
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उन्होंने कहा कि राजस्व उप निरीक्षक प्रशासन की पहली कड़ी के रूप में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. इसलिए सभी को अपनी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करना चाहिए. संस्थान के कार्यकारी निदेशक शिरीष कुमार ने कहा कि साल 2023 में 32 राजस्व उप निरीक्षकों को 9 महीने का सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिया गया है.
राजस्व उप निरीक्षक विभिन्न जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चमोली, बागेश्वर, टिहरी, देहरादून, पौड़ी आदि क्षेत्र के थे. सैद्धांतिक प्रशिक्षण प्राप्त राजस्व उप निरीक्षक अब अपने-अपने जिलों में जाकर 3 महीने का व्यवहारिक प्रशिक्षण लेंगे. जिसके बाद उनकी तैनाती प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में मेरिट के आधार पर होगी.
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इस दौरान सभी 32 प्रशिक्षण प्राप्त राजस्व उप निरीक्षकों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए. उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में जनता की सेवा ईमानदारी से करने के लिए प्रेरित किया गया. समापन अवसर पर प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने जिलों को जाने वाले राजस्व उप निरीक्षकों ने भी प्रशिक्षण के दौरान सीखे कार्यों और अपने अनुभवों को साझा किया.