बाजपुर: बाजपुर में 20 गांव की 5,838 एकड़ भूमि मामले में जिला कलेक्टर की ओर से प्रभावितों को नोटिस मिलने के बाद अब कांग्रेस ने उग्र आंदोलन शुरू कर दिया है. आक्रोशित कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह चौक पर सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. साथ ही जमीनी दस्तावेजों की होली जलाई.
बता दें, बाजपुर के 20 गांव का जमीनी विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जहां एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों को उनकी जमीन का मालिकाना हक वापस देने की बात कर रहे हैं, तो वहीं, जिला कलेक्ट्रेट द्वारा प्रभावितों को नोटिस जारी किया जा रहा है. जिससे लोगों में खासा आक्रोश है.
बाजपुर के रामलीला मैदान में कांग्रेसी कार्यकर्ता और सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठे हुए. 20 गांव के हजारों परिवारों को उनकी जमीनों का मालिकाना हक वापस न मिलने पर आक्रोशित लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही सरकार को आइना दिखाने के उद्देश्य से जमीनी दस्तावेजों की होली जलाई. इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार के इशारे पर ही पूर्व डीएम डॉ. नीरज खैरवाल ने इतनी बड़ी जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी.
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वहीं, कांग्रेस नगर अध्यक्ष राजेंद्र बेदी ने भी सरकार के खिलाफ जमकर जहर उगला. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस इस लड़ाई को और उग्र करेगी. जब तक सरकार इन जमीनों को पुरानी स्थिति में नहीं लौटा देती, तब तक सरकार विरोधी जन आंदोलन चलते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा मिले नोटिस के बाद सरकारी कार्यालयों से मिले दस्तावेजों पर कौन भरोसा करेगा? इसके बारे में सरकार को जवाब देना चाहिए.