इस्लामाबाद : पाकिस्तान में तमाम प्रमुख विपक्षी दलों के वाकआउट के बीच शहरयार अफरीदी को 'कश्मीर मामले की संसदीय समिति' का चेयरमैन चुना गया.
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के संसदीय इतिहास में ऐस पहली बार हुआ है कि इस समिति के चेयरमैन का चयन सर्वसम्मति से नहीं हुआ है.
विपक्ष का कहना था कि समिति चेयरमैन एक ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिसे 'कश्मीर समस्या की व्यापक जानकारी हो.' यह खासियत वह अफरीदी में नहीं पाते.
विपक्ष का कहना था कि इस मामले में सर्वसम्मति तक पहुंचने के लिए समिति की बैठक को कम से एक कम एक दिन के लिए टाल दिया जाए.
सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के सांसद आमिर डोगर ने कहा कि मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता झूठ बोल रहे हैं. उन्हें इस मामले में विश्वास में लिया गया था. अब वह बात बदल रहे हैं.
निर्वाचन को स्थगित करने के अपने प्रस्ताव के रद्द होने के बाद विपक्षी सदस्य समिति की बैठक से उठकर चले गए.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सीनेटर शेरी रहमान ने बाद में कहा कि इमरान सरकार ने कश्मीर समिति के चेयरमैन के निर्वाचन को सर्वसम्मित से कराने की परंपरा को तोड़ दिया. मुस्लिम लीग-नवाज के सीनेट के नेता मुशाहिदुल्ला खान ने कहा कि अफरीदी के पास कश्मीर कमेटी का चेयरमैन बनने लायक अनुभव नहीं है.