ETV Bharat / international

चीन से खराब रिश्ते अमेरिकी विदेश नीति की 40 साल की सबसे बड़ी असफलता

author img

By

Published : Sep 5, 2020, 1:24 PM IST

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने अमेरिकी विदेश नीति को चीन से निपटने के मामले में असफल बताया है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश नीति की 40 साल की सबसे बड़ी असफलता चीन से निपटने को लेकर रही.

robert o'brien
रॉबर्ट ओ ब्रायन

वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा कि पिछले 40 वर्षों में विभिन्न सरकारें जिस तरह चीन से निपटीं, वह अमेरिकी विदेश नीति की सबसे बड़ी असफलता है. उन्होंने साथ ही जोर दिया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे बदलने के लिए कदम उठाए.

व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में ब्रायन ने कहा, 'जिस तरह से हम पिछले 40 वर्षों में चीन से निपटे, वह संभवत: अमेरिकी विदेश नीति की सबसे बड़ी असफलता है.'

उन्होंने कहा, 'यह वह मंत्र है जिससे चीन समृद्ध हुआ, जबकि चीन बौद्धिक संपदा की चोरी, अनैतिक व्यापार हथकंडों और पड़ोसी देशों या थिएनआनमन चौक पर अपने ही लोगों को डराने-धमकाने में शामिल रहा लेकिन हमने अपनी आंखें बंद रखीं. हमारे आंखें बंद रखने की वजह से वह अमीर बना और चीन के मध्यम वर्ग का हमारी तरह विस्तार हुआ.'

ब्रायन ने कहा, 'हम विश्वास करना चाहते हैं कि सभी हमारी तरह बनना चाहते हैं, अधिक पश्चिमी और अधिक लोकतांत्रिक, लेकिन तथ्य यह कि ठीक इसके विपरीत हुआ. चीन में गत वर्षों में मानवाधिकार उल्लंघन की स्थिति और बिगड़ी, चाहे नेता हो या धार्मिक अल्पसंख्यक हो या पड़ोसी,या हाल तक हांगकांग के लोग जो लोकतंत्र का आनंद लेते थे, ताइवान को डराना-धमकाना हो, हमने चीन की बहुत ही नुकसानदायक गतिविधि देखी है.'

पढ़ें :- ट्रंप ने की मोदी की तारीफ, कहा- भारत-चीन विवाद में मदद के लिए तैयार

उन्होंने कहा, 'संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) के निदेशक क्रिस्टोफर वारे ने कहा है कि प्रत्येक 10 घंटे में चीन द्वारा की जा रही जासूसी के मामले का खुलासा हो रहा है. इसका मतलब, अमेरिका के खिलाफ गतिविधि लगातार चल रही है. हमने ऐसा कभी नहीं देखा था. यह सोवियत संघ के साथ शीत युद्ध की तरह नहीं है.'

उन्होंने कहा कि ट्रम्प चीन के खिलाफ खड़े हुए हैं. गत 40 साल में पहली बार चीन पर आयात शुल्क लगाया है.

वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा कि पिछले 40 वर्षों में विभिन्न सरकारें जिस तरह चीन से निपटीं, वह अमेरिकी विदेश नीति की सबसे बड़ी असफलता है. उन्होंने साथ ही जोर दिया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे बदलने के लिए कदम उठाए.

व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में ब्रायन ने कहा, 'जिस तरह से हम पिछले 40 वर्षों में चीन से निपटे, वह संभवत: अमेरिकी विदेश नीति की सबसे बड़ी असफलता है.'

उन्होंने कहा, 'यह वह मंत्र है जिससे चीन समृद्ध हुआ, जबकि चीन बौद्धिक संपदा की चोरी, अनैतिक व्यापार हथकंडों और पड़ोसी देशों या थिएनआनमन चौक पर अपने ही लोगों को डराने-धमकाने में शामिल रहा लेकिन हमने अपनी आंखें बंद रखीं. हमारे आंखें बंद रखने की वजह से वह अमीर बना और चीन के मध्यम वर्ग का हमारी तरह विस्तार हुआ.'

ब्रायन ने कहा, 'हम विश्वास करना चाहते हैं कि सभी हमारी तरह बनना चाहते हैं, अधिक पश्चिमी और अधिक लोकतांत्रिक, लेकिन तथ्य यह कि ठीक इसके विपरीत हुआ. चीन में गत वर्षों में मानवाधिकार उल्लंघन की स्थिति और बिगड़ी, चाहे नेता हो या धार्मिक अल्पसंख्यक हो या पड़ोसी,या हाल तक हांगकांग के लोग जो लोकतंत्र का आनंद लेते थे, ताइवान को डराना-धमकाना हो, हमने चीन की बहुत ही नुकसानदायक गतिविधि देखी है.'

पढ़ें :- ट्रंप ने की मोदी की तारीफ, कहा- भारत-चीन विवाद में मदद के लिए तैयार

उन्होंने कहा, 'संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) के निदेशक क्रिस्टोफर वारे ने कहा है कि प्रत्येक 10 घंटे में चीन द्वारा की जा रही जासूसी के मामले का खुलासा हो रहा है. इसका मतलब, अमेरिका के खिलाफ गतिविधि लगातार चल रही है. हमने ऐसा कभी नहीं देखा था. यह सोवियत संघ के साथ शीत युद्ध की तरह नहीं है.'

उन्होंने कहा कि ट्रम्प चीन के खिलाफ खड़े हुए हैं. गत 40 साल में पहली बार चीन पर आयात शुल्क लगाया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.