रुद्रपुर: किसानों की आय को दोगनी करने और पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए पंतनगर में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों ने भाग लिया. कार्यशाला में वैज्ञानिकों ने किसानों को कमर्शियल खेती करने के गुर भी सिखाए. इस दौरान वैज्ञानिक ने उत्तरकाशी के किसानों को कीवी की फसल का उत्पादन करने की सलाह दी.
पंतनगर बायोटेक में तीन दिवसीय बायो एग्रो टेक्निक्स उत्पादन व यूरोपियन सब्जियों के उत्पादन को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों ने हिस्सा लिया. इस दौरान वैज्ञानिकों ने किसानों को कीवी के उत्पादन की बारीकियों के बारे में बताया. साथ ही वैज्ञानिकों ने कीवी के उत्पादन से होने वाले फायदों की भी जानकारियां किसानों को दी.
पढ़ें-रुड़की: कड़ाके की ठंड से बाजारों से ग्राहक नदारद, व्यापारियों में छाई मायूसी
वहीं, तीन दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला का शुभारम्भ उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति व बायोटेक के डायरेक्टर डीके सिंह ने किया. इस दौरान बायोटेक के डायरेक्टर ने कहा कि पहाड़ों के किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बायोटेक हल्दी उत्तरकाशी के किसानों को तीन दिवसीय कीवी के उत्पादन की ट्रेनिंग दे रहा है. जिसके बाद उन्हें प्रैक्टिकल कर कीवी की खेती के गुर सिखाए जाएंगे.