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कीवी के उत्पादन से किसानों की होगी चांदी, वैज्ञानिकों ने सिखाए तकनीकी गुर - Kiwi crop

पहाड़ों के किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बायोटेक हल्दी उत्तरकाशी के किसानों को तीन दिवसीय कीवी के उत्पादन की ट्रेनिंग दे रहा है. जिसके बाद उन्हें प्रैक्टिकल कर कीवी की खेती के गुर सिखाए जाएंगे.

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वैज्ञानिकों ने दी कीवी की फसल के उत्पादन की जानकारी
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Published : Dec 28, 2019, 10:56 PM IST

रुद्रपुर: किसानों की आय को दोगनी करने और पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए पंतनगर में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों ने भाग लिया. कार्यशाला में वैज्ञानिकों ने किसानों को कमर्शियल खेती करने के गुर भी सिखाए. इस दौरान वैज्ञानिक ने उत्तरकाशी के किसानों को कीवी की फसल का उत्पादन करने की सलाह दी.

वैज्ञानिकों ने दी कीवी की फसल के उत्पादन की जानकारी

पंतनगर बायोटेक में तीन दिवसीय बायो एग्रो टेक्निक्स उत्पादन व यूरोपियन सब्जियों के उत्पादन को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों ने हिस्सा लिया. इस दौरान वैज्ञानिकों ने किसानों को कीवी के उत्पादन की बारीकियों के बारे में बताया. साथ ही वैज्ञानिकों ने कीवी के उत्पादन से होने वाले फायदों की भी जानकारियां किसानों को दी.

पढ़ें-रुड़की: कड़ाके की ठंड से बाजारों से ग्राहक नदारद, व्यापारियों में छाई मायूसी

वहीं, तीन दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला का शुभारम्भ उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति व बायोटेक के डायरेक्टर डीके सिंह ने किया. इस दौरान बायोटेक के डायरेक्टर ने कहा कि पहाड़ों के किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बायोटेक हल्दी उत्तरकाशी के किसानों को तीन दिवसीय कीवी के उत्पादन की ट्रेनिंग दे रहा है. जिसके बाद उन्हें प्रैक्टिकल कर कीवी की खेती के गुर सिखाए जाएंगे.

रुद्रपुर: किसानों की आय को दोगनी करने और पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए पंतनगर में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों ने भाग लिया. कार्यशाला में वैज्ञानिकों ने किसानों को कमर्शियल खेती करने के गुर भी सिखाए. इस दौरान वैज्ञानिक ने उत्तरकाशी के किसानों को कीवी की फसल का उत्पादन करने की सलाह दी.

वैज्ञानिकों ने दी कीवी की फसल के उत्पादन की जानकारी

पंतनगर बायोटेक में तीन दिवसीय बायो एग्रो टेक्निक्स उत्पादन व यूरोपियन सब्जियों के उत्पादन को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों ने हिस्सा लिया. इस दौरान वैज्ञानिकों ने किसानों को कीवी के उत्पादन की बारीकियों के बारे में बताया. साथ ही वैज्ञानिकों ने कीवी के उत्पादन से होने वाले फायदों की भी जानकारियां किसानों को दी.

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वहीं, तीन दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला का शुभारम्भ उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति व बायोटेक के डायरेक्टर डीके सिंह ने किया. इस दौरान बायोटेक के डायरेक्टर ने कहा कि पहाड़ों के किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बायोटेक हल्दी उत्तरकाशी के किसानों को तीन दिवसीय कीवी के उत्पादन की ट्रेनिंग दे रहा है. जिसके बाद उन्हें प्रैक्टिकल कर कीवी की खेती के गुर सिखाए जाएंगे.

Intro:Summry - किसानों की आय को दुगनी करने और पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली जानवरों से फसल को बचाने को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों ने प्रतिभाग किया कार्यशाला में वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को कमर्शियल खेती करने के गुर भी सिखाए गए इस दौरान वैज्ञानिक ने उत्तरकाशी के किसानों को कीवी की फसल उत्पादन करने की सलाह भी दी

एंकर - पहाड़ों में किसानों की फसल को जंगली जानवरों से बचाने और किसानों की आय को दोगुना करने के चलते आज पंतनगर बायोटेक हल्दी में उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों को तीन दिवसीय ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है। इस दौरान वैज्ञानिकों की टीम द्वारा किसानों को कीवी की सफल खेती करने के गुर सिखाए गए।

Body:वीओ - जंगली जानवरों से फसल की सुरक्षा और किसानों की आय दोगुनी करने को लेकर आज पंतनगर बायोटेक हल्दी मैं तीन दिवसीय बायो एग्रो टेक्निक्स उत्पादन व यूरोपियन सब्जियों के उत्पादन को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें उत्तरकाशी के दर्जनों किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया इस दौरान वैज्ञानिकों ने किसानों को कीवी की फसल के उत्पादन की बारीकियों के बारे में बताया गया। साथ ही कीवी के उत्पादन से होने वाले फायदों की जानकारियां किसानों से साझा की गई। तीन दिनों तक चलने वाली कार्यशाला का शुभारम्भ उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति व बायोटेक के डारेक्टर डीके सिंह द्वारा किया गया। इस दौरान बायोटेक के डायरेक्टर डीके सिंह ने बताया कि पहाड़ों के किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बायोटेक हल्दी उत्तरकाशी के किसानों को तीन दिवसीय कीवी के उत्पादन की ट्रेनिंग दे रहा है जिसके बाद उन्हें प्रैक्टिकल कर कीवी की खेती के गुर सिखाए जाएंगे उन्होंने बताया कि पहाड़ों में जंगली जानवरों द्वारा किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया जाता था कि वी एक ऐसी फसल है जिसे जंगली जानवर नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और बाजारों में भी कीवी के अच्छे दाम मिलते हैं जिस कारण पहाड़ के किसानों की आय को भी बढ़ाया जा सकता है।

बाइट - डीके सिंह, डारेक्टर बायोटेक डारेक्टर। Conclusion:
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