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अपराधियों के साथ ही पुलिस पर भी होगी 'ऊपरवाले' की नजर, मंगलौर में लगेंगे 30 जगहों पर CCTV कैमरे - CCTV cameras in Kotwali

जिले में मंगलौर क्षेत्र को अपराध का गढ़ माना जाता है. ऐसे में क्षेत्र के बाजार में आए दिन छोटी-बड़ी आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं. जिसपर लगाम लगाने के लिए पुलिस विभाग ने क्षेत्र में चिन्हित किए गए 30 स्थानों पर नगर पालिका से सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग की है.वहीं पुलिस मुख्यालय देहरादून से आदेश मिलने के बाद रविवार को रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जिनसे कोनवाली में होने वाली गतिविधियों में नजर रखी जाएगी.

सिविल लाइन कोतवाली में सीसीटीवी कैमरे लगाता कर्मी.
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Published : Jun 23, 2019, 7:33 PM IST

रुड़की: जिले के मंगलौर क्षेत्र को अपराध का गढ़ माना जाता है. ऐसे में क्षेत्र के बाजार में आए दिन छोटी-बड़ी आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं. क्षेत्र में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे ना होने के चलते पुलिस अपराधियों की पहचान तक नहीं कर पाती है. जिससे पार पाने के लिए पुलिस विभाग ने क्षेत्र में चिन्हित किए गए 30 स्थानों पर नगर पालिका से सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग की है.वहीं उत्तराखंड पुलिस ने सभी पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है. जिसके चलते रविवार को सिविल लाइन कोतवाली में चार कैमरे लगाए गए. जिनसे कोतवाली में आने वाले फरियादी, उपद्रवी और थानों में तैनात पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर भी नजर रखी जाएगी.

जानकारी देते नगर पालिका ईओ अजहर अली. और कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह.

बता दें कि मंगलौर क्षेत्र की सीमाएं उत्तर प्रदेश से सटी हैं. जिसके चलते अपराधी आसानी से मंगलौर क्षेत्र में प्रवेश कर लेते हैं और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं. ऐसे में अपराधियों की पहचान करने के लिए पुलिस विभाग ने क्षेत्र में चिन्हित किए गए 30 स्थानों पर पालिका से सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग की है.

ये भी पढ़े: उत्तराखंड की सियासत में फिर गर्माया गैरसैंण का मुद्दा, स्पीकर ने कही ये बात

वहीं पुलिस मुख्यालय देहरादून से आदेश मिलने के बाद रविवार को रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ताकि सामाजिक विवाद के चलते कोतवाली में लगने वाली भीड़ और पुलिसकर्मियों की कार्यशैली के साथ ही जनता के साथ कोतवाली में किए जाने वाले व्यवहार पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा सके. साथ ही हरिद्वार में लगने वाले कुंभ मेले और कांवड़ मेले के दौरान भी इन कैमरों से पुलिस को मदद मिल सकेगी.

ईओ नगर पालिका अजहर अली ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की गई थी. पुलिस की मांग के बाद ही पालिका ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया है. जिसमें वह कैमरे लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगवाएगी. साथ ही कहा कि इन कैमरों की नजर से वह स्वच्छ भारत मिशन, अतिक्रमण और अपने कर्मचारियों के कामकाज पर भी नजर रख सकेंगे.

वहीं सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस अधिकारियों के आदेश पर फिलहाल 4 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस पर कई बार गलत आरोप लगते हैं जिसको देखते हुए सीसीटी कैमरे की जरूरत थी और लोगों की भारी भीड़ भी कभी-कभी पुलिस के काम में हस्तक्षेप करने का प्रयास करती है. जिसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है.

रुड़की: जिले के मंगलौर क्षेत्र को अपराध का गढ़ माना जाता है. ऐसे में क्षेत्र के बाजार में आए दिन छोटी-बड़ी आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं. क्षेत्र में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे ना होने के चलते पुलिस अपराधियों की पहचान तक नहीं कर पाती है. जिससे पार पाने के लिए पुलिस विभाग ने क्षेत्र में चिन्हित किए गए 30 स्थानों पर नगर पालिका से सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग की है.वहीं उत्तराखंड पुलिस ने सभी पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है. जिसके चलते रविवार को सिविल लाइन कोतवाली में चार कैमरे लगाए गए. जिनसे कोतवाली में आने वाले फरियादी, उपद्रवी और थानों में तैनात पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर भी नजर रखी जाएगी.

जानकारी देते नगर पालिका ईओ अजहर अली. और कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह.

बता दें कि मंगलौर क्षेत्र की सीमाएं उत्तर प्रदेश से सटी हैं. जिसके चलते अपराधी आसानी से मंगलौर क्षेत्र में प्रवेश कर लेते हैं और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं. ऐसे में अपराधियों की पहचान करने के लिए पुलिस विभाग ने क्षेत्र में चिन्हित किए गए 30 स्थानों पर पालिका से सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग की है.

ये भी पढ़े: उत्तराखंड की सियासत में फिर गर्माया गैरसैंण का मुद्दा, स्पीकर ने कही ये बात

वहीं पुलिस मुख्यालय देहरादून से आदेश मिलने के बाद रविवार को रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में चार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ताकि सामाजिक विवाद के चलते कोतवाली में लगने वाली भीड़ और पुलिसकर्मियों की कार्यशैली के साथ ही जनता के साथ कोतवाली में किए जाने वाले व्यवहार पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा सके. साथ ही हरिद्वार में लगने वाले कुंभ मेले और कांवड़ मेले के दौरान भी इन कैमरों से पुलिस को मदद मिल सकेगी.

ईओ नगर पालिका अजहर अली ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की गई थी. पुलिस की मांग के बाद ही पालिका ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया है. जिसमें वह कैमरे लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगवाएगी. साथ ही कहा कि इन कैमरों की नजर से वह स्वच्छ भारत मिशन, अतिक्रमण और अपने कर्मचारियों के कामकाज पर भी नजर रख सकेंगे.

वहीं सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस अधिकारियों के आदेश पर फिलहाल 4 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस पर कई बार गलत आरोप लगते हैं जिसको देखते हुए सीसीटी कैमरे की जरूरत थी और लोगों की भारी भीड़ भी कभी-कभी पुलिस के काम में हस्तक्षेप करने का प्रयास करती है. जिसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है.

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हरिद्वार जिले का मंगलौर क्षेत्र भी अपराध का गढ़ माना जाता है मंगलौर क्षेत्र की सीमाएं उत्तर प्रदेश से सटे होने के कारण अपराधी उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड के मंगलोर में अपराध करने के लिए आसानी से प्रवेश कर पाते हैं और आपराधिक को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं कस्बे में भी आए दिन बाजारों में कोई न कोई छोटी बड़ी घटना होती रहती है मगर सीसीटीवी ना लगे हो पाने के कारण इन लोगों की पुलिस पहचान नहीं कर पाती है नगर पालिका मंगलोर की पहल से अब कस्बे में लगभग 30 जगह चिन्हित कर ली गई है जहां पर जल्द ही सीसीटीवी कैमरे नगर पालिका द्वारा लगाए जाएंगे


Body:वीओ- नगर पालिका मंगलोर कस्बे में जल्द ही किस जगह सीसीटीवी कैमरे लगाकर साफ सफाई की व्यवस्था की देखभाल करने का काम करेगी तो वही अपने कर्मचारियों द्वारा पालिका क्षेत्र में साफ सफाई करने के तरीकों पर भी पहली नजर रख पाएगी वही दूसरी ओर मंगलौर कस्बे में रोजाना होने वाली बड़ी छोटी घटनाएं भी इन सीसीटीवी कैमरा में कैद हो पाएगी जिसके कारण पुलिस को अपराधियों की धरपकड़ के लिए आसानी रहेगी अगर घटनाएं सीसीटीवी कैमरों में कैद होती है तो अपराधियों तक पहुंचने में पुलिस को सुविधाओं की वही नगर पालिका के अगर अली का कहना है कि पुलिस विभाग द्वारा बी कस्बे में सीसीटीवी कैमरे लगाने की बालिका से मांग की गई थी पुलिस की मांग के बाद ही पालिका ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया है जिसमें वह कैमरे लगाए कि जल्दी ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर कस्बे में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे वहीं ईओ अज़हर अली का कहना है कि कैमरों की नजर से वह स्वच्छ भारत मिशन अतिक्रमण या अपने कर्मचारियों के कामकाज की भी देखभाल कर पाएंगे जिससे कस्बे में आपराधिक घटनाओं पर भी काफी हद तक अंकुश लगवाने की संभावनाएं हैं

बाइट-अज़हर अली-ईओ-नगर पालिका मंगलौर


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