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डेंगू की दस्तक के बाद रुड़की प्रशासन अलर्ट, 10 बेड का वॉर्ड रिजर्व

रुड़की के सिविल अस्पताल में डेंगू को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. अस्पताल प्रशासन ने 10 बेड का वॉर्ड भी डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व कर लिया है.

roorkee
रुड़की
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Published : Aug 23, 2021, 7:51 PM IST

Updated : Aug 23, 2021, 8:21 PM IST

रुड़की: हरिद्वार में डेंगू की दस्तक के बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. लोगों को भी डेंगू से बचने के लिए सलाह दी जा रही है. रुड़की शहर के सिविल अस्पताल में डेंगू को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है. अस्पताल प्रशासन ने 10 बेड का वॉर्ड भी डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व कर लिया है.

दरअसल बरसात के दिनों में जगह-जगह बरसात का पानी भर जाने के कारण डेंगू का मच्छर जन्म लेता है. पिछले सालों में डेंगू से कई लोगों की मौत भी हुई है, जिसके बाद डेंगू को लेकर सरकार और स्वास्थ्य प्रशासन सतर्क है. रुड़की के सिविल अस्पताल में भी डेंगू को लेकर तैयारियां की गई है, हालांकि रुड़की शहर में डेंगू का अभी तक कोई भी मरीज सामने नहीं आया है.

डेंगू की दस्तक के बाद रुड़की प्रशासन अलर्ट

अस्पताल के सीएमएस डॉ संजय कंसल ने बताया कि डेंगू से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है. अस्पताल में 10 बेड का वॉर्ड भी डेंगू मरीज के लिए रिजर्व किया गया है, जिसमे तमाम इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में प्लेटलेट्स के लिए मशीन पहले से ही मौजूद है. इसके साथ ही डॉ. संजय ने लोगों से इन दिनों फुल स्लीव कपड़े पहनने की सलाह दी है. डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है

ये भी पढ़ेंः सोमवार को मिले कोरोना के 22 नए मरीज, 24 हुए स्वस्थ, पांच जिलों में कोई केस नहीं

ऐसे करें बचावः डेंगू से बचाव के लिए गमलों, पुराने टायर एवं कूलरों से रोजाना पानी निकालें. अपने आस-पास बरसात के पानी को इकट्ठा न होने दें.

डेंगू के लक्षण: बता दें कि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मादा मच्छर के काटने से होते हैं. डेंगू एक तरह का वायरस है, जो एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.

रुड़की: हरिद्वार में डेंगू की दस्तक के बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हो गया है. लोगों को भी डेंगू से बचने के लिए सलाह दी जा रही है. रुड़की शहर के सिविल अस्पताल में डेंगू को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है. अस्पताल प्रशासन ने 10 बेड का वॉर्ड भी डेंगू मरीजों के लिए रिजर्व कर लिया है.

दरअसल बरसात के दिनों में जगह-जगह बरसात का पानी भर जाने के कारण डेंगू का मच्छर जन्म लेता है. पिछले सालों में डेंगू से कई लोगों की मौत भी हुई है, जिसके बाद डेंगू को लेकर सरकार और स्वास्थ्य प्रशासन सतर्क है. रुड़की के सिविल अस्पताल में भी डेंगू को लेकर तैयारियां की गई है, हालांकि रुड़की शहर में डेंगू का अभी तक कोई भी मरीज सामने नहीं आया है.

डेंगू की दस्तक के बाद रुड़की प्रशासन अलर्ट

अस्पताल के सीएमएस डॉ संजय कंसल ने बताया कि डेंगू से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से पूरी तैयारी की गई है. अस्पताल में 10 बेड का वॉर्ड भी डेंगू मरीज के लिए रिजर्व किया गया है, जिसमे तमाम इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में प्लेटलेट्स के लिए मशीन पहले से ही मौजूद है. इसके साथ ही डॉ. संजय ने लोगों से इन दिनों फुल स्लीव कपड़े पहनने की सलाह दी है. डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है

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ऐसे करें बचावः डेंगू से बचाव के लिए गमलों, पुराने टायर एवं कूलरों से रोजाना पानी निकालें. अपने आस-पास बरसात के पानी को इकट्ठा न होने दें.

डेंगू के लक्षण: बता दें कि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मादा मच्छर के काटने से होते हैं. डेंगू एक तरह का वायरस है, जो एडीस नाम के मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.

Last Updated : Aug 23, 2021, 8:21 PM IST
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