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रुड़की में बढ़ रहे आत्महत्या के मामले, एसपी देहात ने दिया ये सुझाव

रुड़की में इन दिनों आत्महत्याओं के केस बढ़ते जा रहे हैं. एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने इसके पीछे सामाजिक, आर्थिक और परिवारिक कारण बताए. एसपी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए इमोशनल कनेक्टिविटी बेहद जरूरी है.

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आत्महत्याओं के बढ़ते मामलों पर पुलिस का सुझाव.
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Published : Jul 11, 2020, 1:31 PM IST

रुड़की: जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों से आत्महत्याओं की घटनाएं लगातार प्रकाश में आ रही हैं. अधिकांश आत्महत्या करने वाले नौजवान थे. इन सभी की मौतों का कारण भी नहीं पता चल पाया है. फिलहाल इस तरह से आत्महत्याओं की घटनाएं बढ़ना चिंता का विषय बनता जा रहा है.

आत्महत्याओं के बढ़ते मामलों पर पुलिस का सुझाव.

हरिद्वार में आत्महत्या करने वालों का आंकड़ा देखा जाए तो हाल ही में 12 से अधिक लोगों ने आत्महत्या की है. इसमें से अधिकांश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इनके परिवार मौत का कारण समझ ही नहीं पाए. इनमें से अधिकतर मामलों को पुलिस ने सुलझाया, लेकिन कुछ मामलों में असल वजह नहीं पता चल पाई. रुड़की क्षेत्र की अगर बात करें तो हाल ही में लंढौरा में एक युवा पत्रकार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इसके साथ ही धनौरी में एक सिपाही, झबरेड़ा में एक महिला सिपाही, रुड़की के पठापुरा में एक विवाहिता और भगवानपुर के एक स्कूल में एक मजदूर समेत अन्य आत्महत्याओं की घटनाएं प्रकाश में आई हैं.

यह भी पढ़ें: महाराज बोले राज्य में अब मेडिकल टूरिज्म पर जोर, आर्थिक मजबूती के साथ बढ़ेगा रोजगार

इन बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं को लेकर पुलिस के आलाधिकारियों की मानें तो यह घटनाएं चिंताजनक हैं. एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह बताते हैं कि हाल ही में आत्महत्याओं की घटनाएं बढ़ गई हैं. उन्होंने बताया कि सामाजिक, आर्थिक और परिवारिक कारणों के चलते ही ऐसी घटनाएं होती हैं. वहीं एसपी देहात ने अपील करते हुए कहा कि आपसी भावनात्मक कनेक्टिविटी को बनाए रखें. एक-दूसरे का हौसला बढ़ाएं और दूसरों के लिए मददगार साबित हों. विपरीत परिस्थितियों में लोगों की सहायता करें. उन्होंने कहा कि इमोशनल कनेक्टिविटी और सोशल कनेक्टिविटी बढ़ाते हुए ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है.

रुड़की: जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों से आत्महत्याओं की घटनाएं लगातार प्रकाश में आ रही हैं. अधिकांश आत्महत्या करने वाले नौजवान थे. इन सभी की मौतों का कारण भी नहीं पता चल पाया है. फिलहाल इस तरह से आत्महत्याओं की घटनाएं बढ़ना चिंता का विषय बनता जा रहा है.

आत्महत्याओं के बढ़ते मामलों पर पुलिस का सुझाव.

हरिद्वार में आत्महत्या करने वालों का आंकड़ा देखा जाए तो हाल ही में 12 से अधिक लोगों ने आत्महत्या की है. इसमें से अधिकांश ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इनके परिवार मौत का कारण समझ ही नहीं पाए. इनमें से अधिकतर मामलों को पुलिस ने सुलझाया, लेकिन कुछ मामलों में असल वजह नहीं पता चल पाई. रुड़की क्षेत्र की अगर बात करें तो हाल ही में लंढौरा में एक युवा पत्रकार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इसके साथ ही धनौरी में एक सिपाही, झबरेड़ा में एक महिला सिपाही, रुड़की के पठापुरा में एक विवाहिता और भगवानपुर के एक स्कूल में एक मजदूर समेत अन्य आत्महत्याओं की घटनाएं प्रकाश में आई हैं.

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इन बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं को लेकर पुलिस के आलाधिकारियों की मानें तो यह घटनाएं चिंताजनक हैं. एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह बताते हैं कि हाल ही में आत्महत्याओं की घटनाएं बढ़ गई हैं. उन्होंने बताया कि सामाजिक, आर्थिक और परिवारिक कारणों के चलते ही ऐसी घटनाएं होती हैं. वहीं एसपी देहात ने अपील करते हुए कहा कि आपसी भावनात्मक कनेक्टिविटी को बनाए रखें. एक-दूसरे का हौसला बढ़ाएं और दूसरों के लिए मददगार साबित हों. विपरीत परिस्थितियों में लोगों की सहायता करें. उन्होंने कहा कि इमोशनल कनेक्टिविटी और सोशल कनेक्टिविटी बढ़ाते हुए ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है.

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