ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन में आधुनिक तकनीक का एम बी आर पर आधारित सीवरेज प्लांट बन कर तैयार हो चुका है. वहीं रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्लांट का उद्घाटन किया. जिसके बाद से सीवरेज प्लांट चालू कर दिया गया है. इस दौरान स्वामी चिदानन्द सरस्वती, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रेखा आर्य, सांसद तीरथ सिंह रावत, डा. साध्वी भगवती सरस्वती और जतिन अहलावत मौजूद रहे.
बता दें सीवरेज प्लांट से उपचारित जल को पेयजल के अलावा अन्य घरेलू कार्यों जैसे कपड़े की धुलाई, फर्श की सफाई, पार्कों, बगीचों, खेतों में सिंचाई और अन्य उपयोग में लिया जा सकता है. सीवेज प्लांट के उपयोग से लाखों गैलन जल संचय किया जा सकता है. यह संयत्र पीलो पानी सेवा फाउण्डेशन और परमार्थ निकेतन के संयुक्त तत्वावधान में लगाया गया है. इन सीवरेज प्लांट के माध्यम से जल संकट को कम किया जा सकता है.
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वहीं नीति आयोग की तरफ से खुलासा किया गया है कि आज के समय में भारत इतिहास के सबसे बड़े जल संकट से जूझ रहा है. चारों ओर सूखे के कारण भूजल का अत्यधिक दोहन हो रहा है. वहीं सीवरेज प्लांट के द्वारा इन समस्याओं को कुछ हद तक कम कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस तरह के सीवर प्लांट हमारे लिये बहुत ही अनुकूल साबित होंगे. उन्होंने परमार्थ निकेतन एवं पीलो शुद्ध पानी की इस खोज की सराहना करते हुये कहा कि इस सीवर प्लांट से परिशोधित जल को जतिन (संस्था से जुड़े युवक) ने ग्रहण किया है. इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है.