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परमार्थ निकेतन में बने सीवरेज प्लांट का CM त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया उद्घाटन

आधुनिक तकनीक का एम बी आर पर आधारित सीवरेज प्लांट का मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्लांट का उद्घाटन किया. जिसके बाद से सीवरेज प्लांट चालू कर दिया गया है. इस सीवरेज प्लांट का उद्देशय जल संकट को कम करना है.

एम बी आर सीवेज प्लांट का उद्घाटन करते CM त्रिवेंद्र सिंह रावत.
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Published : Jun 23, 2019, 11:44 PM IST

ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन में आधुनिक तकनीक का एम बी आर पर आधारित सीवरेज प्लांट बन कर तैयार हो चुका है. वहीं रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्लांट का उद्घाटन किया. जिसके बाद से सीवरेज प्लांट चालू कर दिया गया है. इस दौरान स्वामी चिदानन्द सरस्वती, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रेखा आर्य, सांसद तीरथ सिंह रावत, डा. साध्वी भगवती सरस्वती और जतिन अहलावत मौजूद रहे.

जानकारी देते CM त्रिवेंद्र सिंह रावत.

बता दें सीवरेज प्लांट से उपचारित जल को पेयजल के अलावा अन्य घरेलू कार्यों जैसे कपड़े की धुलाई, फर्श की सफाई, पार्कों, बगीचों, खेतों में सिंचाई और अन्य उपयोग में लिया जा सकता है. सीवेज प्लांट के उपयोग से लाखों गैलन जल संचय किया जा सकता है. यह संयत्र पीलो पानी सेवा फाउण्डेशन और परमार्थ निकेतन के संयुक्त तत्वावधान में लगाया गया है. इन सीवरेज प्लांट के माध्यम से जल संकट को कम किया जा सकता है.

ये भी पढ़े: उत्तराखंड में खुलेगा देश का पांचवां कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर, 28 जून को CM करेंगे शिलान्यास

वहीं नीति आयोग की तरफ से खुलासा किया गया है कि आज के समय में भारत इतिहास के सबसे बड़े जल संकट से जूझ रहा है. चारों ओर सूखे के कारण भूजल का अत्यधिक दोहन हो रहा है. वहीं सीवरेज प्लांट के द्वारा इन समस्याओं को कुछ हद तक कम कर सकते हैं.

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस तरह के सीवर प्लांट हमारे लिये बहुत ही अनुकूल साबित होंगे. उन्होंने परमार्थ निकेतन एवं पीलो शुद्ध पानी की इस खोज की सराहना करते हुये कहा कि इस सीवर प्लांट से परिशोधित जल को जतिन (संस्था से जुड़े युवक) ने ग्रहण किया है. इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है.

ऋषिकेश: परमार्थ निकेतन में आधुनिक तकनीक का एम बी आर पर आधारित सीवरेज प्लांट बन कर तैयार हो चुका है. वहीं रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्लांट का उद्घाटन किया. जिसके बाद से सीवरेज प्लांट चालू कर दिया गया है. इस दौरान स्वामी चिदानन्द सरस्वती, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रेखा आर्य, सांसद तीरथ सिंह रावत, डा. साध्वी भगवती सरस्वती और जतिन अहलावत मौजूद रहे.

जानकारी देते CM त्रिवेंद्र सिंह रावत.

बता दें सीवरेज प्लांट से उपचारित जल को पेयजल के अलावा अन्य घरेलू कार्यों जैसे कपड़े की धुलाई, फर्श की सफाई, पार्कों, बगीचों, खेतों में सिंचाई और अन्य उपयोग में लिया जा सकता है. सीवेज प्लांट के उपयोग से लाखों गैलन जल संचय किया जा सकता है. यह संयत्र पीलो पानी सेवा फाउण्डेशन और परमार्थ निकेतन के संयुक्त तत्वावधान में लगाया गया है. इन सीवरेज प्लांट के माध्यम से जल संकट को कम किया जा सकता है.

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वहीं नीति आयोग की तरफ से खुलासा किया गया है कि आज के समय में भारत इतिहास के सबसे बड़े जल संकट से जूझ रहा है. चारों ओर सूखे के कारण भूजल का अत्यधिक दोहन हो रहा है. वहीं सीवरेज प्लांट के द्वारा इन समस्याओं को कुछ हद तक कम कर सकते हैं.

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस तरह के सीवर प्लांट हमारे लिये बहुत ही अनुकूल साबित होंगे. उन्होंने परमार्थ निकेतन एवं पीलो शुद्ध पानी की इस खोज की सराहना करते हुये कहा कि इस सीवर प्लांट से परिशोधित जल को जतिन (संस्था से जुड़े युवक) ने ग्रहण किया है. इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है.

Intro:ऋषिकेश--  परमार्थ निकेतन में लगे आधुनिक तकनीकी (एम बी आर) पर आधारित सीवेज प्लांट का उद्घाटन मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड त्रिवेन्द्र सिंह रावत , स्वामी चिदानन्द सरस्वती, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक , महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रेखा आर्य , सांसद  तीरथ सिंह रावत, डाॅ साध्वी भगवती सरस्वती , जतिन अहलावत एवं कई अधिकारियों ने किया।





Body:वी/ओ-- सीवेज प्लांट से उपचारित जल का उपयोग सामान्य जल की तरह किया जा सकता है। पीने के उपयोग को छोड़कर अन्य घरेलू कार्यो यथा वस्त्रों की धुलाई, फर्श की सफाई, पार्कों, बगीचों, खेतों और अन्य उपयोग में लिया जा सकता है इस प्रकार हम हजारों, लाखों गैलन जल को रोज बचा सकते है। यह संयत्र पी लो पानी सेवा फाउण्डेशन और परमार्थ निकेतन के संयुक्त तत्वाधान में लगाये जा रहे है।इस प्रकार के सीवेज प्लांट के माध्यम से हम जल संकट को कम कर सकते है। नीति आयोग ने खुलासा  किया है कि आज के समय में भारत इतिहास के सबसे बड़े जल संकट से जूझ रहा है। चारों ओर सूखे के कारण भूजल का अत्यधिक दोहन हो रहा है। इन समस्याओं को हम कुछ हद तक कम कर सकते है।





Conclusion:वी/ओ--मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस तरह के सीवर प्लांट हमारे लिये बहुत ही अनुकूल साबित होगा। उन्होने परमार्थ निकेतन एवं पीलो शुद्ध पानी की इस खोज की सराहना करते हुये कहा कि इस सीवर प्लांट से परिशोधित जल को जतिन ने पीकर दिखाया इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है। मैंने स्वयं इस पानी को नजदीक से सूंघा तनिक मात्र भी उसमें बदबू नहीं थी। साथ ही इसे बहुत कम समय में और बहुत कम स्थान में निर्मित किया जा सकता है यह गंगा जी को प्रदूषण मुक्त करने हेतु वरदान का कार्य करेगा। उन्होने कहा कि हमारे प्रदेश की भौगोलिक सरंचना के भी अनुकूल है यह सीवर प्लांट। इसका उपयोग कर हम आगामी कुम्भ मेला को और भी स्वच्छ स्वरूप प्रदान कर सकते है। 

बाईट--त्रिवेंद्र सिंह रावत(मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड)
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