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कांग्रेस ने ईको सेंसिटिव जोन को बताया पहाड़ के विकास में बाधा, सरकार के खिलाफ करेगी प्रदर्शन

कांग्रेस जिलाध्यक्ष शैलेंद्र रावत ने पहाड़ी क्षेत्रों को इको सेंसेटिव जोन का नाम देकर विकास न होने पर बुधवार को प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर कांग्रेस जनता के साथ ईको सेंसटिव जोन के विरोध में सड़कों पर उतरेंगे.

इको सेंसेटिव जोन का विरोध.
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Published : Aug 28, 2019, 8:59 PM IST

ऋषिकेश: कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र रावत ने इको सेंसिटिव जोन के कारण पहाड़ों में रुके विकास को लेकर एक प्रेसवार्ता की. जिसमें शैलेंद्र रावत ने राज्य सरकार व केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की राज्य और केंद्र सरकार पहाड़ों के विकास के लिए गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर ही कांग्रेस जनता के साथ ईको सेंसिटिव जोन के विरोध में सड़कों पर उतरेगी.

इको सेंसेटिव जोन का विरोध.

यह भी पढ़ें: NH-74 घोटाला: 9 करोड़ मुआवजा लेकर कनाडा भागने वाला किसान लौटा वापस, किया सरेंडर

दरअसल, यमकेश्वर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष व कोटद्वार के पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि ईको सेंसिटिव जोन के नाम पर सरकार लगातार पहाड़ी क्षेत्रों का विकास रोक रही है. उन्होंने कहा कि ईको सेंसिटिव जोन का बहाना कर राज्य व केंद्र सरकार पहाड़ के विकास के लिए गंभीरता नहीं दिख रही है.

यह भी पढ़ें: ATM गार्ड की मौत के मामले में पुलिस के हाथ खाली, गुस्साए लोगों ने किया प्रदर्शन

ऐसे में पहाड़ी क्षेत्रों से पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इसी के मद्देनजर सरकार को चेताने के लिए एक हफ्ते के भीतर वह जनता के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे. इस आंदोलन से वह सरकार व प्रशासन को जगाने का काम करेंगे ताकि ईको सेंसिटिव जोन पहाड़ के विकास कार्यों में अवरोध न बने.

ऋषिकेश: कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र रावत ने इको सेंसिटिव जोन के कारण पहाड़ों में रुके विकास को लेकर एक प्रेसवार्ता की. जिसमें शैलेंद्र रावत ने राज्य सरकार व केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की राज्य और केंद्र सरकार पहाड़ों के विकास के लिए गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर ही कांग्रेस जनता के साथ ईको सेंसिटिव जोन के विरोध में सड़कों पर उतरेगी.

इको सेंसेटिव जोन का विरोध.

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दरअसल, यमकेश्वर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष व कोटद्वार के पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि ईको सेंसिटिव जोन के नाम पर सरकार लगातार पहाड़ी क्षेत्रों का विकास रोक रही है. उन्होंने कहा कि ईको सेंसिटिव जोन का बहाना कर राज्य व केंद्र सरकार पहाड़ के विकास के लिए गंभीरता नहीं दिख रही है.

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ऐसे में पहाड़ी क्षेत्रों से पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इसी के मद्देनजर सरकार को चेताने के लिए एक हफ्ते के भीतर वह जनता के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे. इस आंदोलन से वह सरकार व प्रशासन को जगाने का काम करेंगे ताकि ईको सेंसिटिव जोन पहाड़ के विकास कार्यों में अवरोध न बने.

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ऋषिकेश--कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र रावत ने इको सेंसेटिव जोन के कारण रुक रहे हैं पहाड़ों के विकास पर एक प्रेस वार्ता की जिसमें की शैलेन्द्र रावत ने राज्य सरकार व केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बताया की भाजपा की राज्य और केंद्र सरकार बिल्कुल भी पहाड़ों के विकास के लिए गंभीर नहीं है और ना ही पलायन के लिए,एक सप्ताह के भीतर ही कांग्रेस जनता के साथ इको सेंसटिव जॉन के विरोध में सड़कों पर उतरेंगे ।


Body:वी/ओ--यमकेश्वर के कॉंग्रेस जिलाध्यक्ष व कोटद्वार के पूर्व विधायक शैलेन्द्र रावत ने कहा कि इको सेंसेटिव जोन का नाम लेकर सरकार लगातार पहाड़ों में होने वाले विकास चाहे वह रोड का विकास हो या किसी भी अन्य तरीके का उसको इको सेंसेटिव जोन के अंतर्गत आने पर रोक लगा रही है जो कि गंभीर मामला है,पत्रकार वार्ता के दौरान जाहिर किया कि जिस तरीके से इको सेंसेटिव जोन का बहाना कर राज्य व केंद्र सरकार पहाड़ के विकास के लिए थोड़ा भी गंभीरता नहीं दिख रही है तो ऐसे में पहाड़ों का विकास किस तरीके से होगा व किस तरीके से यहां का पलायन रुकेगा सरकार को जगाने के लिए एक हफ्ते के भीतर जनता के साथ वे सड़कों पर उतरेंगे वह सरकार व प्रशासन को जगाने का काम करेंगे कि इको सेंसिटिव जोन को तरीके से रख कर विकास कार्य में अवरोध न किया जाए ।


Conclusion:वी/ओ-- आज भी उत्तराखंड में बहुत बड़ा क्षेत्रफल रिजर्व फॉरेस्ट है जहां पर वन अधिनियम लागू होता है वन अधिनियम के साथ-साथ इको सेंसेटिव जोन लागू होने के बाद पहाड़ों पर रहने वाले लोगों की समस्याएं बढ़ सकती हैं और लोगों का वहां रहना भी दुबर हो सकता है दरअसल वन अधिनियम में बनाए गए नियम इतने कड़े हैं कि उनके अनुसार क्षेत्र में कुछ भी कर पाना मुश्किल होता है, चाहे मामला सड़क का हो भवन का हो या नदियों के ऊपर बनने वाले ब्रिज का हो इस तरह की समस्याएं पैदा होती है।

बाईट--शैलेन्द्र रावत(जिलाध्यक्ष कॉंग्रेस यमकेश्वर)
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