ऋषिकेश: 'बच्चे मन के सच्चे' ये तो आपने सुना ही होगा, इसकी तस्दीक गुरुवार को तीर्थनगरी में हुई, जहां स्वीडन के किंग कार्ल गुस्टाफ और रानी सिल्विया के सामने बच्चों ने गंगा की असलियत को बयां किया. क्वीन और किंग से बातचीत के दौरान बच्चों ने उनके दौरे को लेकर की गई तैयारियों की बात बताई. जिससे गंगा स्वच्छता को लेकर अधिकारियों के दावों की पोल खुल गई.
दरअसल, गुरुवार को स्वीडन के किंग और क्वीन तीर्थनगरी पहुंचे थे. जिनके दौरे को लेकर घाटों की साफ-सफाई के साथ ही अन्य इंतजामात भी पुख्ता किये गये थे. इस दौरान राजपरिवार से मिलने के लिए कुछ बच्चों को भी वहां बुलाया गया था लेकिन अधिकारियों को क्या पता था कि ये बच्चे ही किंग और क्वीन के सामने उनकी पोल खोलकर रख देंगे.
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स्वीडन के राजा और रानी सिल्विया रामझूला का दीदार करने के बाद गंगा पूजन के लिए घाट पर पहुंचे. जहां उनसे मिलने हरिद्वार के कुछ बच्चे आये हुए थे. राजा-रानी ने बच्चों से मुलाकात करते हुए उनसे काफी देर तक बातचीत की.
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इस दौरान बच्चों ने राजा-रानी को बताया कि उनके द्वारा गंगा स्वच्छता के साथ ही हर तरह के स्वच्छता अभियान को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इस दौरान बातों ही बातों में बच्चों ने राजा-रानी को बताया कि जिस घाट पर वे लोग पूजा करने पहुंचे हैं उसे उनके दौरे को देखते हुए ही साफ किया गया है. बच्चों ने बताया कि इससे पहले घाट पर गंदगी फैली हुई रहती थी.
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साथ ही बच्चों ने बताया कि स्वच्छता के लिए जो भी अभियान चलाये जा रहे हैं उनका धरातल पर कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है. बच्चों ने राजा-रानी के अपने द्वारा किये जाने वाले कामों से भी रुबरु करवाया. बच्चों की बातें सुनने के बाद राजा और रानी ने पॉजिटिव रिस्पांस देते हुए कहा कि आप लोग अच्छा कार्य कर रहे हैं. इसे जारी रखें.