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ऋषिकेश: तीर्थनगरी की बदलेगी तस्वीर, 2800 करोड़ की योजना पर लगी मुहर - विकास योजनाओं

ऋषिकेश में शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शहरी विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक ली. बैठक में 2800 करोड़ की प्रस्तावित योजना से ऋषिकेश को देश के पहले 5 शहरों में शामिल करने पर चर्चा हुई.

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2800 करोड़ की प्रस्तावित योजना से बदलेगी ऋषिकेश की सूरत.
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Published : Dec 1, 2019, 8:46 AM IST

ऋषिकेश: विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शहरी क्षेत्र के अंर्तगत होने वाली विकास योजनाओं को लेकर शहरी विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान शहरी विकास विभाग द्वारा प्रस्तावित योजनाओं के बारे में जानकारी ली.

बता दें कि बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि जल्द ही लगभग 2800 करोड़ रुपये की प्रस्तावित योजना से ऋषिकेश के शहरी क्षेत्र का रूप बदलेगा. साथ ही मुनिकीरेती, लक्ष्मण झूला का स्मार्ट सिटी के तर्ज पर कायाकल्प होगा. शहरी विकास विभाग द्वारा एशियन इन्फ्राट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक(एआईआईबी) संघाई द्वारा पोषित ऋषिकेश के विकास में एकीकृत शहरी अवसंरचना हेतु लगभग 2800 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है.

2800 करोड़ की प्रस्तावित योजना से बदलेगी ऋषिकेश की सूरत.

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गौरतलब हो कि क्षेत्र के कायाकल्प को बदलने वाली इस योजना को नीति आयोग और अन्य विभागों ने मंजूरी दे दी है. उत्तराखंड शासन की ओर से भी जल्द ही मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव का डीपीआर तैयार किया जाएगा. बता दें कि ऋषिकेश की पहचान तीर्थनगरी के रूप में विश्व प्रसिद्ध है और इसी पहचान को योग, अध्यात्म और पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष प्रयासरत रहे हैं.

इसी क्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक की संस्तुति से लगभग 2800 करोड़ की कार्य योजना को गति मिली है. जिसका कि जल्द ही शासन की स्वीकृति के बाद धरातल पर उदय होगा. बैठक के दौरान शहरी विकास विभाग के अपर सचिव चंद्रेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि योजना को दो चरणों में प्रस्तावित किया गया है. अपर सचिव ने बताया कि इस योजना के माध्यम से ऋषिकेश शहरी क्षेत्र में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति, घाटों का निर्माण और सौंदर्यीकरण, सड़क किनारे नालों का निर्माण, सड़क परिवहन व्यवस्था कराना प्रस्तावित है.

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वहीं बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की ऋषिकेश में अनेकों योजनाओं से विकास कार्य चल रहे हैं, फिर भी ऋषिकेश शहर को और अधिक सुदृढ़ और आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि ऋषिकेश को देश के पहले 5 शहरों में शामिल करना उनकी प्राथमिकता है. जिसके लिए वह प्रयासरत हैं.

ऋषिकेश: विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने शहरी क्षेत्र के अंर्तगत होने वाली विकास योजनाओं को लेकर शहरी विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान शहरी विकास विभाग द्वारा प्रस्तावित योजनाओं के बारे में जानकारी ली.

बता दें कि बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि जल्द ही लगभग 2800 करोड़ रुपये की प्रस्तावित योजना से ऋषिकेश के शहरी क्षेत्र का रूप बदलेगा. साथ ही मुनिकीरेती, लक्ष्मण झूला का स्मार्ट सिटी के तर्ज पर कायाकल्प होगा. शहरी विकास विभाग द्वारा एशियन इन्फ्राट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक(एआईआईबी) संघाई द्वारा पोषित ऋषिकेश के विकास में एकीकृत शहरी अवसंरचना हेतु लगभग 2800 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है.

2800 करोड़ की प्रस्तावित योजना से बदलेगी ऋषिकेश की सूरत.

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गौरतलब हो कि क्षेत्र के कायाकल्प को बदलने वाली इस योजना को नीति आयोग और अन्य विभागों ने मंजूरी दे दी है. उत्तराखंड शासन की ओर से भी जल्द ही मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव का डीपीआर तैयार किया जाएगा. बता दें कि ऋषिकेश की पहचान तीर्थनगरी के रूप में विश्व प्रसिद्ध है और इसी पहचान को योग, अध्यात्म और पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष प्रयासरत रहे हैं.

इसी क्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक की संस्तुति से लगभग 2800 करोड़ की कार्य योजना को गति मिली है. जिसका कि जल्द ही शासन की स्वीकृति के बाद धरातल पर उदय होगा. बैठक के दौरान शहरी विकास विभाग के अपर सचिव चंद्रेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि योजना को दो चरणों में प्रस्तावित किया गया है. अपर सचिव ने बताया कि इस योजना के माध्यम से ऋषिकेश शहरी क्षेत्र में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति, घाटों का निर्माण और सौंदर्यीकरण, सड़क किनारे नालों का निर्माण, सड़क परिवहन व्यवस्था कराना प्रस्तावित है.

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वहीं बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की ऋषिकेश में अनेकों योजनाओं से विकास कार्य चल रहे हैं, फिर भी ऋषिकेश शहर को और अधिक सुदृढ़ और आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि ऋषिकेश को देश के पहले 5 शहरों में शामिल करना उनकी प्राथमिकता है. जिसके लिए वह प्रयासरत हैं.

Intro:ऋषिकेश--28 सौ करोड़ रुपयों से बदलने वाली है,विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आज ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत शहरी क्षेत्र के विकास योजनाओं को लेकर शहरी विकास विभाग के अधिकारियों के संग बैठक की।इस दौरान ऋषिकेश शहरी क्षेत्र में शहरी विकास विभाग द्वारा प्रस्तावित योजनाओं के बारे में जानकारी ली।


Body:वी/ओ--बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष को बताया कि जल्द ही लगभग 28 सौ करोड़ रुपये की  प्रस्तावित योजना से ऋषिकेश के शहरी क्षेत्र एवं मुनिकीरेती, लक्ष्मण झूला का  स्मार्ट सिटी के तर्ज़ पर कायाकल्प होगा, शहरी विकास विभाग द्वारा एशियन इन्फ्राट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक(एआईआईबी) संघाई द्वारा पोषित ऋषिकेश के विकास में एकीकृत शहरी अवसंरचना हेतु लगभग 28 सौ करोड रुपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है।जिसकी की नीति आयोग एवं अन्य विभागों द्वारा मंजूरी प्राप्त हो चुकी है। उत्तराखंड शासन द्वारा भी जल्द ही मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव का डीपीआर तैयार किया जाएगा।बता दें कि ऋषिकेश की पहचान तीर्थ नगरी के रूप में विश्व प्रसिद्ध है और इसी पहचान को योग, अध्यात्म एवं पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष प्रयासरत रहे हैं इसी क्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक की संस्तुति से लगभग 28 सौ करोड की कार्य योजना को गति मिली है  जिसका कि जल्द ही शासन की स्वीकृति के बाद धरातल पर उदय होगा।


बैठक के दौरान शहरी विकास विभाग के अपर सचिव चंद्रेश यादव द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को बताया गया कि इस योजना से ऋषिकेश के शहरी क्षेत्र, मुनिकीरेती, लक्ष्मण झूला एवं अन्य क्षेत्र के लिए प्रस्तावित की गई है।उन्होंने बताया कि योजना दो चरणों में प्रस्तावित हुई है। अपर सचिव ने बताया कि इस योजना के माध्यम से ऋषिकेश शहरी क्षेत्र में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति, घाटों का निर्माण एवं सौंदर्यीकरण, सड़क किनारे नालों का निर्माण, सड़क परिवहन व्यवस्था जिसमें बस स्टॉप, पार्किंग, फुटपाथ साथ ही पर्यटन की दृष्टि से योगा सेंटर, मेडिटेशन पार्क, भारतीय संस्कृति पर आधारित म्यूजियम सहित कई अन्य कार्यों के माध्यम से ऋषिकेश शहर को स्मार्ट सिटी के तौर पर बनाए जाना प्रस्तावित है।




Conclusion:वी/ओ--विधानसभा अध्यक्ष ने कहा की ऋषिकेश में अनेकों योजनाओं से विकास कार्य चल रहे है फिर भी ऋषिकेश शहर को और अधिक सुदृढ़ एवं आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा और जीवनयापन की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि शहर को आधारभूत ढांचा सुविधाओं को विकसित करने के लिए लगभग 28 सौ करोड़ रुपए की कार्य योजना तैयार है।स्मार्ट सिटी की तर्ज़ पर विकसित होने पर पर्याप्त जल आपूर्ति,बिजली आपूर्ति,स्वच्छता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन सहित,कुशल शहरी गतिशीलता और सार्वजनिक परिवहन,मजबूत आईटी कनेक्टिविटी और डिजिटलीकरण, सुशासन, विशेष रूप से ई-गवर्नेस, सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पर फोकस करके विकास किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऋषिकेश को देश के पहले 5 शहरों में शामिल करना उनकी प्राथमिकता है जिसके लिए वह प्रयासरत हैं ।

बाईट--प्रेमचन्द अग्रवाल(विधानसभा अध्यक्ष)

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