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रामनगर: हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी जालसाजों ने बेच दी मंदिर समिति की सम्पत्ति, BJP कार्यालय से जुड़ा है मामला

जालसाजों ने रामनगर में दस्तावेजों में भाजपा कार्यालय के नाम पर दर्ज सम्पत्ति को बेच दिया गया है. जबकि हाईकोर्ट इस मामले में पहले ही स्टे लगा चुका है.

हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी जालसाजों ने बेच डाली मंदिर समिति की संपति
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Published : Nov 4, 2019, 7:51 PM IST

रामनगर: शहर में जालसाजी का मामला सामने आया है. यहां जालसाजों ने बदरीनाथ मंदिर समिति में स्थित बीजेपी कार्यालय को बेच दिया है. जबकि भाजपा कार्यालय का ये मामला हाईकोर्ट में लंबित चल रहा है. हाईकोर्ट ने इस मामले में स्टे दिया था. बावजूद इसके भी जालसाजों ने मंदिर की संपत्ति को बेच दिया.

हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी जालसाजों ने बेच डाली मंदिर समिति की संपति

रामनगर के सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद कुमार ने आरोप लगाया है कि रामनगर में बदरीनाथ मंदिर की काफी संपत्ति है. जिसमें रामा मंदिर सहित रामनगर की कई दुकानें शामिल हैं जो कि बदरीनाथ समिति की सम्पत्ति हैं. जिसमें से एक दुकान में भाजपा का कार्यालय हुआ करता था, जो दाऊ दयाल टंडन के नाम पर किराये पर था. नगरपालिका के दस्तावेजों में भी भाजपा कार्यालय किराये के रूप में दर्ज है.

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अरविंद कुमार ने बताया कि दस्तावेजों में भाजपा कार्यालय के नाम पर दर्ज संपति को बेच दिया गया है. जबकि हाईकोर्ट इस मामले में पहले ही स्टे लगा चुका है. इसमें उपजिलाधिकारी रामनगर को रिसीवर बनाया था. अरविंद कुमार ने आरोप लगाया कि उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से हाईकोर्ट के यथास्थिति बरकरार रखने के आदेश के बावजूद भाजपा कार्यालय को जाली दस्तावेजों के आधार पर बेच दिया गया है. उन्होंने बताया कि भाजपा के अध्यक्ष के होते हुए भी जाली दस्तावेजों के आधार पर कार्यालय बिक गया. यह बात गले से उतर नहीं रही है.

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मामले में रामनगर उपजिलाधिकारी हरगिरी गोस्वामी ने बताया कि हाईकोर्ट का जो भी अंतिम निर्णय होगा उसका सभी अनुपालन करेंगे. अगर कोई गलत तरीके से खरीद-फरोख्त करता है तो वो माननीय उच्च न्यायालय के विरुद्ध होगा.अगर ऐसा कोई मामला पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

रामनगर: शहर में जालसाजी का मामला सामने आया है. यहां जालसाजों ने बदरीनाथ मंदिर समिति में स्थित बीजेपी कार्यालय को बेच दिया है. जबकि भाजपा कार्यालय का ये मामला हाईकोर्ट में लंबित चल रहा है. हाईकोर्ट ने इस मामले में स्टे दिया था. बावजूद इसके भी जालसाजों ने मंदिर की संपत्ति को बेच दिया.

हाईकोर्ट के स्टे के बाद भी जालसाजों ने बेच डाली मंदिर समिति की संपति

रामनगर के सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद कुमार ने आरोप लगाया है कि रामनगर में बदरीनाथ मंदिर की काफी संपत्ति है. जिसमें रामा मंदिर सहित रामनगर की कई दुकानें शामिल हैं जो कि बदरीनाथ समिति की सम्पत्ति हैं. जिसमें से एक दुकान में भाजपा का कार्यालय हुआ करता था, जो दाऊ दयाल टंडन के नाम पर किराये पर था. नगरपालिका के दस्तावेजों में भी भाजपा कार्यालय किराये के रूप में दर्ज है.

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अरविंद कुमार ने बताया कि दस्तावेजों में भाजपा कार्यालय के नाम पर दर्ज संपति को बेच दिया गया है. जबकि हाईकोर्ट इस मामले में पहले ही स्टे लगा चुका है. इसमें उपजिलाधिकारी रामनगर को रिसीवर बनाया था. अरविंद कुमार ने आरोप लगाया कि उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से हाईकोर्ट के यथास्थिति बरकरार रखने के आदेश के बावजूद भाजपा कार्यालय को जाली दस्तावेजों के आधार पर बेच दिया गया है. उन्होंने बताया कि भाजपा के अध्यक्ष के होते हुए भी जाली दस्तावेजों के आधार पर कार्यालय बिक गया. यह बात गले से उतर नहीं रही है.

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मामले में रामनगर उपजिलाधिकारी हरगिरी गोस्वामी ने बताया कि हाईकोर्ट का जो भी अंतिम निर्णय होगा उसका सभी अनुपालन करेंगे. अगर कोई गलत तरीके से खरीद-फरोख्त करता है तो वो माननीय उच्च न्यायालय के विरुद्ध होगा.अगर ऐसा कोई मामला पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Intro:intro-रामनगर में जालसाजों ने बद्रीनाथ की सम्पत्ति अथवा मंदिर की जायदाद को बेच डाला | जबकि मन्दिर की दुकानों पर पूर्व में भाजपा कार्यालय था | और इस पर हाईकोर्ट में केस लम्बित है हाईकोर्ट ने इस मामले में स्टे दिया था | उसके बाद भी जालसाजों ने मंदिर की संपत्ति को बेच डाला |

Body:vo.-आपको बता दें कि रामनगर के सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद कुमार ने आरोप लगाया है कि रामनगर में बद्रीनाथ मंदिर की काफी संपत्ति है,जिसमें रामा मंदिर सहित रामनगर की कई दुकाने सामिल है,जो बद्रीनाथ समिती की सम्पत्ति है।जिसमें से एक सम्मति में रामनगर के बजाजा लाइन में भाजपा का कार्यालय हुआ करता था,जो दाऊ दयाल टंडन के नाम पर किराये पर था,और नगरपालिका के दस्तावेजों में भी भाजपा कार्यालय किराये के रूप में दर्ज है,आज वो कार्यालय बिक चुका है,जो की हाईकोर्ट ने 27दिसम्बर 2016 को आदेश प्रारित किया था कि इसमें यथास्थिति बरकरार रखी जाए। और इसमें उपजिलाधिकारी रामनगर को रिसीवर बनाया था,अरविंद कुमार ने आरोप लगाया कि उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से हाईकोर्ट के यथास्थिति बरकरार रखने के आदेश के बावजूद भाजपा कार्यालय को जाली दस्तावेजों के आधार पर बेच दिया गया।जो कि इस वक्त बद्रीनाथ समिति के अध्यक्ष जिला चमोली के भाजपा के अध्यक्ष भी हैं।भाजपा के अध्यक्ष के होते भी जाली दस्तावेजों के आधार पर भाजपा कार्यालय बिक गया। यह बात गले से उतार नही रही है।
इस मामले में रामनगर के उपजिलाधिकारी हरगिरी गोस्वामी ने बताया कि हाई कोर्ट का जो भी अंतिम निर्णय होगा उसका सभी अनुपालन करेंगे,और अगर कोई गलत तरीके से खरीद-फरोख्त करता है,तो वो माननीय उच्चन्यायालय के विरुद्ध होगा,और अगर ऐसा कोई मामला पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

byte-1-अरविंद कुमार(आरोपकर्ता)
byte-2-हरगिरी गोस्वामी(उपजिलाधिकारी रामनगर)
Conclusion:
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