पिथौरागढ़: शुक्रवार को कनालीछीना विकासखण्ड के ख्वातड़ी गांव के लोगों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की लापरवाही की वजह से करंट लगने से गांव के 12 साल के बच्चे के दोनों हाथ काटने पड़े. जबकि, विभाग को एक साल पहले ही बिजली के खम्बों में करंट आने के सूचना दे दी गयी थी. ग्रामीणों ने विद्युत विभाग से बच्चे के इलाज का खर्चा उठाने की मांग करते हुए उसके आजीवन भरण-पोषण की बात कही. साथ ही ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की.
ख्वातड़ी गांव के 12 वर्षीय मासूम साहिल कुमार करंट लगने से झुलस गया. जिसके बाद उसके दोनों हाथ काटने पड़े. दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल में पीड़ित बच्चे का इलाज चल रहा है. साहिल के पिता पेशे से मजदूर हैं और अपने बच्चे का इलाज कराने में असमर्थ हैं. साहिल के परिजन और गांव वालों ने बच्चे की इस हालत के लिए UPCL को जिम्मेदार ठहराया है. गांव के प्रधान केदार सिंह सामंत ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा.
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ग्राम प्रधान केदार सिंह ने बताया कि विद्युत विभाग को खम्बों में करंट आने की सूचना एक साल पहले से ही दी जा रही है. बावजूद इसके आज तक विभाग को कोई भी अधिकारी यहां झांकने तक तक नहीं आया. शुक्रवार को विद्युत विभाग की लापरवाही को लेकर ख्वातड़ी गांव के लोगों ने डीएम कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की.
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इस दौरान ग्रामीणों ने विद्युत विभाग से साहिल के इलाज का खर्चा उठाने के साथ ही उसके भरण पोषण की मांग की. साथ ही ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की. ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विद्युत विभाग पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे नहीं आता है तो क्षेत्र के लोग सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.