पिथौरागढ़ः नगर पालिका द्वारा नैनीपातल स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में कूड़ा डालने का स्थानीय ग्रामीणों ने फिर से विरोध शुरू कर दिया है. परिसर के आसपास रहने वाले ग्रामीणों ने नगर पालिका की गाड़ियों को यहां कूड़ा डालने से रोक दिया है.
वहीं ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए नगर पालिका ने कूड़ा उठाना बंद कर दिया है. जिस कारण नगर में गंदगी का अम्बार लगा हुआ है, जिससे नागरिक परेशान हैं. ऐसे में बड़ा सवाल ये की जब तक ट्रेंचिंग ग्राउंड को लेकर जारी विवाद नहीं थमेगा, तब तक क्या पिथौरागढ़ शहर गंदगी से पटा रहेगा.
प्रशासन इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढने में अब तक विफल रहा है.नैनीपातल स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड को लेकर विवाद फिर से गहरा गया है. आसपास रहने वाले दर्जनों गांवों के ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी कीमत पर नगर पालिका को कूड़ा डालने नहीं दिया जाएगा.
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 50 साल से नगर पालिका एक ही जगह पर कूड़ा डाल रही है, जिस कारण आसपास के दर्जनों गांवों में पर्यावरण बुरी तरह प्रदूषित हो गया है. उनका कहना है कि कूड़े से निकलते धुंए के कारण कई लोग बीमार हो चुके हैं जबकि कई जानवर जहरीला कूड़ा खाने से दम तोड़ चुके हैं.
दूसरी ओर नगर पालिका अध्यक्ष राजेंद्र रावत का कहना है कि ट्रेंचिंग ग्राउंड के लिए जमीन ढूंढने के प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि कूड़े की समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रशासन प्रयासरत है.
सालों से जारी इस समस्या को लेकर यहां के नागरिकों ने नप प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. परिसर के नीलांबर जोशी ने बताया कि नप प्रशासन का अब तक ढुलमुल रवैया रहा है. जिससे नागरिकों में भारी नाराजगी है.