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कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के रवैये में आया सुधार, अब यात्रियों को मिल रही कई खास सुविधाएं

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Published : Jul 8, 2019, 8:43 PM IST

Updated : Jul 8, 2019, 9:22 PM IST

पिछले सालों की तुलना में इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा में चीन का सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है. इस बार चीन मानसरोवर यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुविधाओं के लिए लगातार प्रयासरत है. कैलाश मानसरोवर के तट पर चीन सरकार द्वारा यात्रियों के रहने के लिए भवनों का निर्माण किया गया है.

कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के रवैय्ये में सुधार.

पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के रवैये में लगातार सुधार हो रहा है. चीनी सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को और बेहतर बनाने में जुटी हुई है. आवाजाही को सुगम बनाने के साथ ही अब मानसरोवर के तट पर यात्रियों के रहने के लिए आवासीय भवनों का निर्माण किया जा रहा है. जिससे तीर्थयात्रियों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो.

कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के रवैय्ये में सुधार.

पिछले सालों की तुलना में इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा में चीन का सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है. इस बार चीन मानसरोवर यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुविधाओं के लिए लगातार प्रयासरत है. कैलाश मानसरोवर के तट पर चीन सरकार द्वारा यात्रियों के रहने के लिए भवनों का निर्माण किया गया है ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके. कैलाश मानसरोवर यात्रा पर 6 बार जा चुके दिल्ली निवासी हंसराज गोयल ने बताया कि जब 2007 में वे पहली बार मानसरोवर यात्रा में गए थे, तब क्षेत्र पक्की सड़कों से जुड़ा नहीं था मगर अब वहां के हालात एकदम बदल चुके हैं.

गोयल ने कहा कि इस बार मानसरोवर के तट के पास यात्रियों के रहने के लिए दो मंजिला भवन बनाये गए हैं. जिनमें अगले साल तक यात्रियों को रहने की सुविधा मिल सकेगी. तीर्थयात्रियों ने बताया कि चीन में कुछ यात्रा पड़ावों पर आवासीय भवन तो बने हैं मगर वहां अभी शौचालय की व्यवस्था नहीं है.

पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के रवैये में लगातार सुधार हो रहा है. चीनी सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को और बेहतर बनाने में जुटी हुई है. आवाजाही को सुगम बनाने के साथ ही अब मानसरोवर के तट पर यात्रियों के रहने के लिए आवासीय भवनों का निर्माण किया जा रहा है. जिससे तीर्थयात्रियों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो.

कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के रवैय्ये में सुधार.

पिछले सालों की तुलना में इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा में चीन का सकारात्मक रुख देखने को मिल रहा है. इस बार चीन मानसरोवर यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुविधाओं के लिए लगातार प्रयासरत है. कैलाश मानसरोवर के तट पर चीन सरकार द्वारा यात्रियों के रहने के लिए भवनों का निर्माण किया गया है ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके. कैलाश मानसरोवर यात्रा पर 6 बार जा चुके दिल्ली निवासी हंसराज गोयल ने बताया कि जब 2007 में वे पहली बार मानसरोवर यात्रा में गए थे, तब क्षेत्र पक्की सड़कों से जुड़ा नहीं था मगर अब वहां के हालात एकदम बदल चुके हैं.

गोयल ने कहा कि इस बार मानसरोवर के तट के पास यात्रियों के रहने के लिए दो मंजिला भवन बनाये गए हैं. जिनमें अगले साल तक यात्रियों को रहने की सुविधा मिल सकेगी. तीर्थयात्रियों ने बताया कि चीन में कुछ यात्रा पड़ावों पर आवासीय भवन तो बने हैं मगर वहां अभी शौचालय की व्यवस्था नहीं है.

Intro:पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के रवैय्ये में लगातार सुधार हो रहा है। चीन सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को ओर बेहतर बनाने में जुटी हुई है। आवाजाही को सुगम बनाने के साथ ही मानसरोवर के तट पर यात्रियों के रहने के लिए आवसीय भवनों का निर्माण किया जा रहा है।

विगत वर्षों के मुकाबले इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रियों को चीन में बेहतर इंतजाम देखने को मिले। कैलाश मानसरोवर के तट पर चीन सरकार द्वारा यात्रियों के रहने के लिए भवनों का निर्माण किया गया है ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके। कैलाश मानसरोवर यात्रा में 6 बार जा चुके दिल्ली निवासी हंसराज गोयल ने बताया कि जब वो 2007 में पहली बार यात्रा में गए थे तब कैलाश मानसरोवर क्षेत्र पक्की सड़क से नही जुड़ा था मगर अब वहां चमचमाती सड़के है। साथ ही गोयल ने कहा कि इस बार मानसरोवर के तट के पास यात्रियों के रहने के लिए दोमंजिला भवन बनाये गए है जिनमें अगले साल तक यात्रियों को रहने की सुविधा मिल सकेगी। तीर्थयात्रियों ने ये भी बताया कि चीन में कुछ यात्रा पड़ावों में आवासीय भवन तो बने है मगर वहां शौचालय की व्यवस्था नही है। डेरापुक से झुनझुनपुक तक के पड़ावों में यात्रियों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है।


Byte: हंसराज गोयल, कैलाश मानसरोवर यात्री (दिल्ली)



Body:पिथौरागढ़: कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर चीन के रवैय्ये में लगातार सुधार हो रहा है। चीन सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधाओं को ओर बेहतर बनाने में जुटी हुई है। आवाजाही को सुगम बनाने के साथ ही मानसरोवर के तट पर यात्रियों के रहने के लिए आवसीय भवनों का निर्माण किया जा रहा है।

विगत वर्षों के मुकाबले इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रियों को चीन में बेहतर इंतजाम देखने को मिले। कैलाश मानसरोवर के तट पर चीन सरकार द्वारा यात्रियों के रहने के लिए भवनों का निर्माण किया गया है ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके। कैलाश मानसरोवर यात्रा में 6 बार जा चुके दिल्ली निवासी हंसराज गोयल ने बताया कि जब वो 2007 में पहली बार यात्रा में गए थे तब कैलाश मानसरोवर क्षेत्र पक्की सड़क से नही जुड़ा था मगर अब वहां चमचमाती सड़के है। साथ ही गोयल ने कहा कि इस बार मानसरोवर के तट के पास यात्रियों के रहने के लिए दोमंजिला भवन बनाये गए है जिनमें अगले साल तक यात्रियों को रहने की सुविधा मिल सकेगी। तीर्थयात्रियों ने ये भी बताया कि चीन में कुछ यात्रा पड़ावों में आवासीय भवन तो बने है मगर वहां शौचालय की व्यवस्था नही है। डेरापुक से झुनझुनपुक तक के पड़ावों में यात्रियों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है।


Byte: हंसराज गोयल, कैलाश मानसरोवर यात्री (दिल्ली)



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Last Updated : Jul 8, 2019, 9:22 PM IST
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