हरिद्वार: आर्ट ऑफ लिविंग के फाउंडर और आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर आज हरिद्वार स्थित मातृ सदन पहुंचे. जहां उन्होंने पिछले 169 दिनों से गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए अनशन कर रहे ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद से अनशन खत्म करने का निवेदन किया. लेकिन आत्मबोधानंद ने अपना अनशन तोड़ने से साफ मना कर दिया.
हरिद्वार के मातृ सदन पहुंचे श्रीश्री रविशंकर ने ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद को प्रयागराज में आयोजित हुए कुंभ का उदहारण देते हुए कहा कि गंगा को लेकर सरकार द्वारा कई काम किए जा रहे हैं. जिसके बाद उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद को अपना अनशन समाप्त कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज वे ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद से निवेदन करने पहुंचे हैं कि वे अपना अनशन खत्म कर दें. रविशंकर ने कहा कि बदलाव काम करने से आएगा महज अनशन से नहीं.
वहीं ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने अनशन खत्म करने से इनकार करते हुए कहा कि वह अपना आंदोलन तब तक नहीं रोकेंगे, जबतक सरकार गंगा को लेकर सारी मांगें नहीं मान लेती.
ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने कहा कि श्रीश्री 90 प्रतिशत सरकार के प्रतिनिधि के रूप में आए थे और केवल 10 प्रतिशत एक संत के रूप में थे.