नैनीताल: सरोवर नगरी में पुलिस द्वारा पर्यटकों को रोके जाने को लेकर नैनीताल होटल एसोसिएशन काफी नाराज है. नैनीताल में पर्यटकों को आने से रोकेल जाने को लेकर नाराज होटल कारोबारीयों ने सोमवार शाम से अपने होटलों में काला झंडा लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान एसोसिएशन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर प्रसाशन इसके बावजूद नहीं माना तो होटलों को बंद कर विरोध व्यक्त किया जाएगा.
दरअसल, होटल एसोसिएशन ने पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन पर्यटकों को 'नैनीताल फुल है' का हवाला देकर घुसने से रोक रही है. जबकि शहर में उनके पास पार्किंग स्थल खाली पड़े हैं. होटल के पदाधिकारियों ने कहा कि हल्द्वानी रोड में पुलिस पर्यटकों के वाहनों को बलदीयाखान में रोक रही है. वहीं, कालाढूंगी रोड पर चार खेत में रोक रही है और भवाली रोड में मस्जिद तिराहे पर रोक रही है. जिससे पर्यटकों और शहर के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश साह ने कहा कि प्रशासन और सरकार ऐसा करके पूरे कुमाऊं क्षेत्र के पर्यटन को प्रभावित कर रही है. प्रशासन के इस रवैये को देखते हुए उन्होंने होटल एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड से बात कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा. ताकि रामनगर, भीमताल, मुक्तेश्वर, भवाली, अल्मोड़ा, कौसानी, रानीखेत और पिथौरागढ़ के पर्यटन को बचाया जा सके.
वहीं, इस मामले को लेकर होटल एशोसिएशन ने एक बैठक का आयोजन किया. जिसमें तय किया गया कि प्रतिदिन शाम 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक सभी होटलों की लाइटे बंद रहेगी और होटल कारोबारी अपने होटल, दुकानों में काला झंडा लगा कर अपना विरोध दर्ज करेंगे. साथ ही कहा कि इसके बाद समाधान नहीं हुआ तो प्रदेश भर में आंदोलन किया जाएगा.