मसूरी: उत्तराखंड पुलिस को यूं ही 'मित्र पुलिस' नहीं कहा जाता, पुलिस की कार्यशैली और आम नागरिकों के प्रति उसके नजरिए को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस को इस संज्ञा से नवाजा गया. लॉकडाउन जैसे हालात में भी मित्र पुलिस के जवान अपनी ओर से लोगों को राहत पहुंचाने की भरसक कोशिश में लगे हैं. इसी कड़ी में बुधवार देर शाम मसूरी की मित्र पुलिस ने शहर में रह रहे वरिष्ठ नागरिकों का हालचाल जाना. इसके साथ ही उन्हें आवश्यकता पड़ने पर पुलिस को संपर्क करने के लिए भी कहा.
इस मौके पर मसूरी कोतवाल विद्याभूषण नेगी ने मसूरी कोतवाली और अपना नंबर वरिष्ठ नागरिकों को दिया. मसूरी कोतवाल ने कहा कि मसूरी में कई वरिष्ठ नागरिक ऐसे हैं, जिनकी उम्र 70 से ऊपर है, इनमें से कई लोग ऐसे हैं जो अकेले हैं. ऐसे में पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे वक्त में उनका ध्यान रखें.
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मसूरी कोतवाल ने कहा कि नगर में अकेले रहने वाले सभी वरिष्ठ नागरिकों का डाटा तैयार कर उनके घर जाकर उनका हालचाल जानने की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा पुलिस उन तक जरुरत का सामान पहुंचाने का भी काम कर रही है. वहीं, लॉकडाउन के समय वरिष्ठ नागरिकों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.