मसूरी: राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मसूरी के प्रबंधन पर एक महिला डॉक्टर और क्लर्क ने गंभीर आरोप लगाये हैं. दोनों ने ही मामले की शिकायत उत्तराखंड महिला आयोग से की. जिसके बाद मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम का गठन कर दिया गया है. यह टीम जल्द ही मामले की जांच कर सीएमओ को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. जिसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
बुधवार को सीएमओ डॉ. मीनाक्षी जोशी अफसरों के साथ मसूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचीं. जहां उन्होंने सीएमएस पर लगाए गये आरोपों के संबंध में लिखित बयान दर्ज किए. वहीं सीएमएस ने उन पर लग रहे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया. सीएमएस का कहना है कि व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए उनके द्वारा सख्त कदम और निर्णय लिए गये हैं. जिससे स्टाफ और डॉक्टरों में हड़कंप मचा हुआ है. वे किसी भी प्रकार के आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार हैं.
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बता दें कि अस्पताल की एक क्लर्क और महिला चिकित्सक ने महिला आयोग से अस्पताल प्रबंधन और एक डॉक्टर की शिकायत की है. जिसमें उन्होंने उत्पीड़न का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने शिकायत में कहा है कि अस्पताल प्रभारी कई दिनों तक अस्पताल नहीं आते हैं. इसके अलावा उन पर मनमानी का भी आरोप लगाया गया है. सीएमओ डॉ. मीनाक्षी जोशी ने फोन पर बताया कि अस्पताल के अधिकारियों ने कर्मचारियों के आरोपों को निराधार बताया है. उन्होंने एक जांच कमेटी गठित कर दी है, जो मामले की जांच करके उनको रिपोर्ट सौंपेगी. रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.