मसूरी: उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान दो सितंबर 1994 को मसूरी के झूलाघर में हुए गोलीकांड को याद कर आज भी मसूरीवासियों के तन में सिरहन दौड़ जाती है. सोमवार को मसूरी गोलीकांड को याद करते हुए शहीद स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये. जिसका भारतीय जन नाट्य संघ के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया गया. इस दौरान जन नाट्य संघ के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट और अन्य नेताओं पर भी जमकर वार किया.
शहीद स्थल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का विरोध करते हुए भारतीय जन नाट्य संघ के सचिव सतीश कुमार ने कहा कि आज का दिन नाच गाने का नहीं है.ये दिन उन शहीदों को याद करने का दिन है जिनकी शहादत पर उत्तराखंड बन है.सतीश कुमार ने कहा कि नेता और मंत्री मसूरी आकर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर चले जाते हैं परंतु जिन सपनों को लेकर उत्तराखंड की लड़ाई लड़ी गई आज भी वो सपने अधूरे हैं. उन्होंने कहा कोई भी नेता, मंत्री शहीदों के सपनों का उत्तराखंड बनाने की ओर कदम नहीं उठाता है.
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भारतीय जन नाट्य संघ के सचिव ने कहा कि आज शहीदों के नाम पर केवल राजनीति हो रही है जिससे जनता मायूस है. इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि मसूरी गोलीकांड को 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं ये दिन शहीदों को याद करने का दिन है. उन्होंने कहा ऐसे में अगर उनकी शहादत को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों से याद किया जाए तो उसका विरोध करना गलत है. उन्होंने कहा कि बहुत लंबे समय तक रोया भी नहीं जा सकता.